गोवर्धन (मथुरा)।अनंतश्री विभूषित स्वामी ऋतेश्वर महाराज देर रात अचानक अपने विशेष सहयोगी राजू द्विवेदी के साथ श्रीगिरिराज गोवर्धन महाराज की शरण में दानघाटी मंदिर पहुंचे।यहां पहुंच कर उन्होंने गिरिराज गोवर्धन को प्रणाम कर पूजन-अर्चन किया।विदित हो कि महाराजश्री चार महीनों के बाद पहली बार आश्रम से बाहर निकले हैं।
महाराजश्री की गिरिराज महाराज में अकाट्य श्रद्धा है।कुछ दिन पहले महाराजश्री ने विषम परिस्थितियों में श्रीधाम वृन्दावन में रात्रि के समय यमुना महारानी के दर्शन किए।
संत प्रवर ऋतेश्वर महाराज समूचे देश के अलावा विदेशों में भी सनातन धर्म, संस्कृति व भगवद भक्ति का प्रचार कर रहे हैं।
गो,गंगा, गीता, गायत्री व यमुना उनके प्राण आधार हैं।
महाराजश्री को राष्ट्रभक्ति, सनातन संस्कृति की सेवा, गो, गंगा, गीता, संत, विप्र, ब्रजवासियों की सेवा में आनंद की अनुभूति होती है।साथ ही संस्कृत भाषा के उपयोग को बढ़ाने हेतु तत्पर रहते हैं।
स्वामी ऋतेश्वर महाराज ने कहा राधा रानी ने ही मुझे ब्रज में बसाया है। मुझे पुनः जीवन प्रदान किया है।राधा नाम में बहुत बड़ी शक्ति है।गिरिराज गोवर्धन साक्षात देवता है।इनके पूजन से मनुष्य का कल्याण हो जाता है।जब तक पृथ्वी पर मैं जिंदा हूं, तब तक राष्ट्र की सेवा करता रहूंगा।
ज्ञात हो कि अभी हाल में ही भोजपुरी फिल्म स्टार गोरखपुर से भाजपा सांसद रवि किशन ने महाराजश्री से आत्मीयता भेंट की थी।साथ ही उनका आशीर्वाद भी प्राप्त किया था।
दर्शन के उपरांत पूज्य महाराजश्री एवं राजू द्विवेदी का गोवर्धन नगर पंचायत अध्यक्ष मनीष लंबरदार, व्यापार मंडल के अध्यक्ष गणेश पहलवान, दानघाटी प्रबन्धन कमेटी के हीरालाल कौशिक ने चुनरी ओढ़ाकर एवं माल्यार्पण कर
स्वागत व अभिनंदन किया।
इस अवसर पर आर.एन.द्विवेदी (राजू भैया), एसपी ट्रैफिक देवेश कुमार शर्मा, क्षेत्राधिकारी,गोवर्धन राममोहन शर्मा, इंस्पेक्टर ओमहरि बाजपेई, आचार्य अनुभवानंद, संजय अग्रवाल (पूर्व चेयरमैन), उत्तम शर्मा (पत्रकार) आदि की उपस्थिति विशेष रही।
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