पं. हरि ओम शर्मा 'हरि' की नवीनतम पुस्तक 'कवितायें कामयाबी की का हुआ लोकार्पण 12 महान विभूतियों हुई सम्मानित
मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार श्री अवनीश फोटोग्राफर, आई.एस.एस. ने आज सिद्धांत संगत पं. हरि ओम शर्मा 'हरि द्वारा रचित काव्यकृति कविताएँ का सबसे शानदार प्रेस क्लब में काम किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ ईश वंदना, सरस्वती वंदना एवं माता-पिता की सुमधुर आरती से हुआ। पुस्तक के लेखक व प्रामाणिक साइंटिस्ट पं. हरिओम शर्मा हरि ने मुख्य अतिथि अन्य रहमानिस्टों का हार्दिक स्वागत अभिनंदन किया। सम्मलेन की प्रामाणिक अध्येता काव्ययात्रा एवं हिन्दी साहित्य जगत की आबादकार श्रीमती राम आर्य राम ने की। इस अवसर पर बड़े सांख्य में लेखक, प्रशिक्षु, कर्मचारी अधिकारी, स्नातक, शिक्षा सहयोगी, कानूनी सहयोगी और राष्ट्रीय स्तर के नागरिकों की उपस्थिति ने स्मारकों को बनाया। इस अवसर पर श्री अवनीश फोटोग्राफर ने कहा था कि कविताएँ ऐसी प्रेरणादायक पुस्तक है जिसे किशोर और युवा समझदारी से अपने सपने को साकार कर सकते हैं। इस पुस्तक में प्रत्येक कविता को उसके भावार्थ के साथ प्रस्तुत करना अनुप प्रयोग है, जिससे पाठकगण मॉडल की प्रत्येक पंक्ति के नाम को गहराई से समझ पाएंगे। उनका मानना था कि अन्य रचनाकार भी इस अनूठे प्रयोग से प्रेरणा ले सकते हैं।
समारोह का खास आकर्षण सामाजिक उत्थान में अतुलनीय योगदान देने वाली विभूतियों क सम्मान समारोह रहा, जिन्हें मुख्य अतिथि श्री अवनीश अवस्थी ने पगड़ी पहनाकर शाल ओढ़ाकर एक स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। सम्मानित होने वाली महान विभूतियों में सर्वश्री डा. जगदीश गाँधी, श्री उमेश चन्द्र तिवारी, आई.ए.एस. श्रीमती मायादेवी शर्मा, डा. अंशुमान पाण्डेय, डा. संदीप अग्रवाल, डा. सुल्तान शाकिर हाशमी, श्री मुरलीधर आहूजा, श्री राजेन्द्र चौरसिया, श्री शील अग्रवाल शामिल एवं श्री ज्वाला प्रसाद शर्मा शामिल है। इस अवसर पर अपने स्वागत भाषण में हरि ओम राम हरि ने कहा कि आप सभी की उपस्थिति मे मेरा मनोबल व उत्साह दो गुना नहीं अपितु सौ गुना कर दिया है हरिओम को प. हरि ओम शर्मा हरि बनाने वाले तो आप ही है। पं. शर्मा ने आगे कहा कि श्री अपनी अवस्थी आई.ए.एस. एवं मचासीन महान विभूतियों के हाथों मेरी पुस्तक का लोकार्पण होना मेरे लिए अति सीमान् की बात है।
प्रख्यात शिक्षाविद् व सी. एम. एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि मैं इस अवसर पर लेखा हरिओम शर्मा हरि को बधाई देना चाहता हूँ कि उन्होंने युवाओं को एक नया रास्ता दिखाया है। प्रख्या साहित्यकार डा. सुल्तान शाकिर हाशमी ने कहा कि कवितायें कामयाबी की किशोरों व युवाओं को कर्तव्य बोध से अवगत कराने वाली य सामाजिक संस्कारों से जुड़ी पुस्तक है जो उन्हें आधुनिकता के स्वप्न जगाकर वास्तविकता से परिचय कराती है। विशिष्ट अतिथि श्री उमेश चन्द्र तिवारी, आई.ए.एस. का कह था कि शर्मा जी की यह पुस्तक एवं इससे पूर्व प्रकाशित सभी पुस्तकों ने आपको युवा पीढ़ी का प्रे दिया है। आपने अपने लेखन से युवाओं एक नया जोश और जज्बा पैदा किया है। श्री मुरलीधर आह समाजसेवी ने कहा कि यह पुस्तक युवा पीढ़ी के आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करेगी जबकि डा. रा अग्रवाल ने कहा कि पुस्तक जीवन मूल्यों सरकारों प सनातन संस्कृति से रूबरू कराती है। मंचासीन डा. अंशुमान पाण्डेय ने भी पुस्तक की भूरि-भूरि प्रशंसा की। समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्र कवियत्री श्रीमती रमा आर्य रमा ने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से प शर्मा जी ने अपने अनुभव निचोड़ दुवा पीढी के सामने रखा है। पुस्तक में युवा पीढ़ी के लिए रचनात्मक व सकारात्मक विचारों की भरमार अन्त में लेखक पं. हरि ओम शर्मा 'हरि' सभी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।
समारोह के संयोजक श्री प्रवीण शुक्ला ने बताया कि कवितायें कामयाबी की हरि ओम शर्मा जी की 19वी पुस्तक है, जिसका आज लोकार्पण हुआ है। पं. शर्मा की पुस्तके पड़ोसी देशों यथा नेपाल, मारीश भी लोकप्रिय है। च शर्मा के साहित्यिक सफर को अनेको बार विभिन्न सम्मान व उपाधियों से गा श्री देश-दुनिया की शीर्ष हस्तियों ने में शर्मा को सम्मानित किया है।
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