वृन्दावन।सेवाकुंज गली स्थित श्रीकृष्ण बलराम मन्दिर में अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर चंदन महोत्सव का आयोजन अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ।इस अवसर पर मंदिर में विराजित श्रीठाकुर विग्रह का चंदन से अत्यंत नयनाभिराम व चित्ताकर्षक श्रृंगार किया गया।साथ ही उन्हें अनेकों प्रकार के फल एवं शीत पेयों आदि का भोग लगाया गया।साथ ही 56भोग निवेदित किए गए।भव्य महाआरती की गई।
मन्दिर के अध्यक्ष भक्ति वेदांत मधुसूदन गोस्वामी महाराज (विश्व बन्धु) ने कहा कि चंदन यात्रा महोत्सव का शुभारंभ कई दशकों पूर्व जगन्नाथपुरी (उड़ीसा) के प्रख्यात संत माधवेन्द्र पुरी महाराज के द्वारा अक्षय तृतीया के अवसर पर हुआ था।
ब्रज साहित्य सेवा मंडल के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी व ब्रजभूमि कल्याण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ ने कहा कि श्रीधाम वृन्दावन के प्राचीन सप्त देवालयों में चंदन श्रृंगार का अत्यधिक महत्व है।क्योंकि चंदन ठाकुर विग्रहों को ग्रीष्म में शीतलता प्रदान करता है।
युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा व आचार्य ईश्वरचंद्र रावत ने कहा कि आज के युग में पारस्परिक ईर्ष्या, द्वेष, वैमनस्य व दुष्प्रवृत्तियों की भरमार है।ऐसे में यदि हम लोग आज के दिन एक-दूसरे को अपने विचारों व क्रिया कलापों के द्वारा शीतलता प्रदान करने का संकल्प लें।तभी हमारा इस पर्व को मनाया जाना सार्थक होगा।
इससे पूर्व प्रख्यात वाणीकारों द्वारा रचित चंदन श्रृंगार से सम्बन्धित पदों का संगीतमय सामूहिक गायन संतों के द्वारा किया गया।रात्रि को भजन संध्या भी संपन्न हुई।जिसने ब्रज के अनेक ख्यातिनामा भजन गायकों ने श्रीराधा कृष्ण की महिमा से ओतप्रोत भजनों का गायन कर सभी को भाव - विभोर कर दिया।
महोत्सव में भक्ति वेदांत साधु महाराज, भक्तिवेदांत दामोदर महाराज,ध्रुव गोस्वामी महाराज,प्रेमप्रदीप दास, रविकुमार शर्मा,राजू व राधानाथ दास आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।संचालन डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने किया।
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