उतरौला(बलरामपुर) विकास खण्ड श्रीदत्तगंज के ग्राम तख्तरवा में कोटेदार का चयन के लिए ग्रामीण गुप्त मतदान की मांग कर रहे हैं। कोटेदार के लिए तीन दावेदार मैदान में हैं।
ग्रामीणों की मांग पर ग्राम पंचायत अधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी श्रीदत्तगंज को सूचना भेज दी है। खण्ड विकास अधिकारी श्रीदत्तगंज ने एसडीएम उतरौला संतोष कुमार ओझा को पत्र लिखकर मार्ग दर्शन मांगा है।
ग्राम पंचायत तख्तरवा में लगभग तीन माह पहले तत्कालीन कोटेदार उग्रमती के द्वारा कोटे के अनाज का गबन करने पर उसके खिलाफ पुलिस में आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। उसके बाद उसके कोटे की दूकान को निलंबित कर दिया गया था। कोटे की दूकान निलम्बित होने पर एसडीएम उतरौला ने खण्ड विकास अधिकारी श्रीदत्तगंज को ग्राम पंचायत की बैठक बुलाकर कोटेदार का चयन करने का निर्देश दिया। एसडीएम उतरौला के निर्देश पर खण्ड विकास अधिकारी श्रीदत्तगंज ने ग्राम पंचायत अधिकारी तख्तरवा महेंद्र यादव को ग्राम पंचायत की बैठक बुलाकर कोटेदार का चयन करने का निर्देश दिया। उस पर ग्राम पंचायत अधिकारी ने बीते 6 फरवरी को ग्राम पंचायत की बैठक बुलाई। इसकी बैठक उच्च प्राथमिक विद्यालय तख्तरवा में ग्राम प्रधान पूनम देवी की अध्यक्षता में हुई। इस पर ग्रामीणों से कोटेदार का चयन हाथ उठाकर करने को कहा। इस पर ग्रामीण कोटेदार के चयन करने के लिए गुप्त मतदान की मांग करने लगे। इसी विवाद में हल्ला गोहार के बाद बैठक स्थगित कर दी गई। उसके पन्द्रह दिन बाद कोटेदार के चयन के लिए बैठक बुलाई गई। दूसरे बैठक में भी ग्रामीण गुप्त मतदान की अपनी मांग पर अंडे रहे। इस बार भी ग्रामीणों के हंगामे के बाद बैठक स्थगित कर दी गई। और कोटेदार का चयन नहीं हो सका। ग्राम पंचायत अधिकारी तख्तरवा महेंद्र यादव ने बताया कि कोटेदार के चयन के लिए ग्रामीणों के गुप्त मतदान का कोई नियम नहीं है। इस कारण कोटेदार का चयन गुप्त मतदान से कराया नहीं जा सका। इस मामले की सूचना खण्ड विकास अधिकारी श्रीदत्तगंज को दे दी गई है।
खण्ड विकास अधिकारी श्रीदत्तगंज ने सम्पूर्ण मामले की रिपोर्ट एसडीएम उतरौला को देते हुए समुचित निर्देश देने की मांग की है। इस तरह कोटेदार के चयन का विवाद हल न होने से ग्रामीणों को दूसरे गांव के कोटेदार के पास जाकर राशन लाना पड़ता है।
असगर अली
उतरौला
बलरामपुर
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know