पशुधन मंत्री ने बीकेटी के अस्थायी गौ आश्रय स्थल भैसामऊ पहुंचकर गौवंशों को गुड़ एवं रोटी खिलाई और गौमाता का आशीर्वाद प्राप्त किया
भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति में प्राचीन समय से ही गौमाता का विशिष्ट स्थान
गो संरक्षण कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाए
-मंत्री श्री धर्मपाल सिंह
लखनऊः 14 फरवरी, 2023
उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने आज बख्शी का तालाब स्थित अस्थायी गौ आश्रय स्थल भैसामऊ पहुंचकर वहां के गौवंशों को गुड़ एवं रोटी खिलाई और गौमाता का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि हमारी भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति में प्राचीन समय से ही गौमाता का विशिष्ट स्थान रहा है और वह हमारे लिए पूजनीय रहीं हैं। हम सब को गौमाता के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए संवेदनशील होना चाहिए और हमें अपने बच्चों, परिवार व अन्य लोगो को भी गौमाता के प्रति सम्मान, प्रेम और आस्था बनाये रखने के लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि होलिका दहन के अवसर पर गाय के गोबर के कंडों के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाए। यह पर्यावरण के अनुकूल है और इससे प्रदूषण भी कम होता है।
पशुधन मंत्री ने गौ आश्रय स्थल का निरीक्षण करते हुए वहां गौवंश हेतु चारा, भूसा, चिकित्सा, औषधियाॅ, प्रकाश एवं सुरक्षा आदि व्यवस्थायें देखी। उन्होंने गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने के निर्देश दिये और कहा कि गौशाला के स्वालम्बन हेतु गौ जनित पदार्थों के उपयोग पर बल दिया जाए। उन्हांेने गोशाला में गोबर के कंडें बनवाकर बिक्री किये जाने तथा कम्पोस्ट खाद बनाये जाने का भी सुझाव दिया। मंत्री जी ने गौशाला की व्यवस्था पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि गौशाला में गायों के लिए निरन्तर हरा चारा, भूसा एवं पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और गोवंश के संरक्षण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाए।
इस अवसर पर पशुधन मंत्री ने प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गौवंश के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु उल्लेखनीय कार्य किये जा रहे हैं। राज्य सरकार का उद्देश्य गौ आश्रय स्थलों के माध्यम से गौवंश के संरक्षण एवं संवर्धन के साथ ही गौजनित पदार्थांे के माध्यम से गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाना और स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के अवसर उत्पन्न करना है। राज्य सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि पशुपालक व किसान गोवंश के दूध देना बंद करने के बाद उन्हंे निराश्रित न छोड़ें। निरीक्षण के समय लखनऊ के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, लखनऊ डा0 ए0के0 वर्मा, अपर निदेशक लखनऊ मण्डल डा0 पी0एन0 सिंह, डिप्टी सीवीओ बीकेटी, डा0 एस0के0 राय तथा अधिशासी अभियन्ता सुश्री संध्या मिश्रा उपस्थित रहे।
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