आढ़तियों की खरीद के कारण सरकारी क्रय केंद्र सूने पड़े हैं पहली एक नवम्बर से अब तक 18 किसानों से मात्र 400 कुन्तल धान की खरीद हो पाई है। जबकि उतरौला क्रय केंद्र पर ढाई हजार क्विंटल के लक्ष्य के विपरीत मात्र 400 क्विंटल की खरीद हो पाई है।
क्षेत्र भर में धान की भरपूर पैदावार होने के बाद भी किसान अपनी उपज लेकर क्रय केंद्र पर नहीं आ रहे हैं। सरकारी क्रय केंद्रों पर धान की खरीद का समर्थन मूल्य 2040 रुपये है जबकि आढ़ती किसानों से 1900 रुपये में धान खरीद रहे हैं। किसान लगभग सौ डेढ़ रुपये प्रति क्विंटल का घाटा उठाने के लिए तैयार हैं।
इसका प्रमुख कारण यह है कि आढ़ती किसानों के घर जाकर उपज खरीद रहे हैं।
क्रय केंद्र प्रभारी निरंकार सिंह का कहना है कि वह किसानों के घर जाकर भी धान खरीदने के लिए तैयार हैं बशर्ते कम से कम मौके पर 100 से 150 क्विंटल उपज मौजूद हो।
असगर अली
उतरौला
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