गरीब की गाय बकरी में कृत्रिम गर्भाधान एवं बकरी बैंक की अवधारणा को बढ़ावा देने के क्रम में राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड के सहयोग से विश्वास संस्थान रायबरेली द्वारा ग्राम सरावा विकासखंड अमावा में नस्ल सुधार एवं बकरी रखरखाव तथा खान-पान संतुलित आहार टीकाकरण व स्वास्थ्य देखभाल के विषयों पर समझ विकसित करने के लिए क्षमता वृद्धि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
उक्त कार्यक्रम में जिला विकास प्रबंधक रजनी पांडे ने बताया कि नाबार्ड ग्रामीण क्षेत्र में आय उत्पादक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पात्र व्यक्तियों को सहयोग देती है। इसी क्रम में विश्वास संस्थान के माध्यम से यह बकरी पालन की परियोजना चयनित 10 गांवों में संचालित है। जिससे बकरी पालकों को लाभ मिल रहा है ।
लाभार्थी बराती लाल ने बताया कि इस परियोजना के माध्यम से हमें बकरी के रखरखाव टीकाकरण कृत्रिम गर्भाधान आदि के विषय में बताया गया है जिसका लाभ हमें मिल रहा है। इसी क्रम में उपयुक्त बकरी पालकों को बकरियों के खड़े होकर चारा खाने हेतु चरही भी दी गई है।
विश्वास संस्थान से विपिन बाजपेई ने बताया कि संस्थान ग्रामीण विकास के कई कार्यक्रम कर रहा है इसी क्रम में बकरी विकास का यह कार्यक्रम आपके क्षेत्र में संचालित हो रहा है जिसके अंतर्गत चयनित गांवों में पशु सखी का चयन कर प्रशिक्षित किया गया है । जिनके माध्यम से बकरियों का रखरखाव अच्छे तरीके से होता है ताकि बीमारियां उनमें ना हो सके तथा पात्र बकरी बालकों को बकरी बैंक के माध्यम से बकरियां भी उपलब्ध कराई जा रही है। पैरावेट के माध्यम से नस्ल सुधार हेतु कृत्रिम गर्भाधान एवं उपयुक्त उपचार दिया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में विश्वास संस्थान से श्याम लाल यादव सखी बंदना पाल व ग्रामीण बकरी पालक उपस्थित रहे।
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