उतरौला(बलरामपुर) बुधवार को ठंड के बचाव के लिए   कमरे में जलाए ग‌ए कोयले की आग से निकली धुंए से महिला समेत दो बच्चों की जीवन लीला समाप्त हुई।घटना की जानकारी होने पर परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
          बुधवार को कोतवाली उतरौला के ग्राम लालग़ंज में किराये के मकान में रह रहे मध्य प्रदेश के भिंड जिला के निवासी मंटोले पुत्र काली चरण दो बच्चों व पत्नी के साथ रहकर पानी पुरी का ठेला लगाकर जीवन यापन कर रहे थे ।बुधवार की घटना में जीवित बचे मंटोले ने बताया कि कस्बे के चौराहे पर पानी पुरी का ठेला लगाकर नौ बजे तक घर वापस जाता था तब तक बच्चे ठंड से बचाव के लिए अंगीठी जला देते थे उसी से हाथ पैर अपना सेंकता था।बुधवार की रात बच्चों को ठंड लग रही थी तथा उल्टियां भी हुई।बचाव व कमरा गर्म रखने के लिए अंगीठी जल रही थी।और मेरी देर रात तक अपनी परिजनों से बात हो रही थी और बच्चे व पत्नी सो ग‌ए और मैं भी सो गया उसके बाद क्या हुआ मुझे भी कुछ पता नही चला। लड़की के पिता हरिशंकर पुत्र हरीराम निवासी डेल पुरा जनपद जालौन उ०प्र० का रो रोकर बुरा हाल हो रहा था उसने बताया कि मंगलवार को दामाद मंटोले व लड़की गुड़िया(रेखा)तथा बच्चों से बात हुई सभी खुश थे और ठंडक की छुट्टी होने पर जालौन आने की बात हुई ।गुड़िया की शादी वर्ष 2008में हुई थी कभी कोई शिकायत लड़की ने नही की।गुरूवार को शव का पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव के अंतिम संस्कार के लिए गृह जनपद में करेंगें।
असगर अली
उतरौला

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने