मुकुट पूजा के साथ पाहितीपुर की रामलीला का हुआ शुभारंभ
गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरो 98 38 41 1360
अंबेडकरनगर। श्री रामजानकी मंदिर रामलीला समिति पहितीपुर बाजार की ऐतिहासिक रामलीला का शुभारंभ मुकुट पूजा से किया गया और नारद मोह,रावण अत्याचार का मंचन किया गया।
श्री राम जानकी मंदिर रामलीला समिति पहितीपुर रियासत से अपनी धरोहर को सजे हुए हुए अनवरत प्रति वर्ष शारदीय नवरात्र में अंतिम तिथि शुक्ल पक्ष को आपसी सहयोग से चल रही राम लीला में रावण कुंभकर्ण तथा विभीषण की तपस्या नारद मोह सहित विभिन्न लीलाओं का मंचन किया गया। रावण के अत्याचार का मंचन देख दर्शकों की आंखे नम हो गई। ब्रह्मा जी कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर तीनों भाइयो से वरदान मांगने को कहा। जिस पर रावण ने अजेय, कुंभकर्ण ने छह माह सोने व छह माह जागने का तथा विभीषण ने प्रभु श्री राम की भक्ति का वरदान मांगा।
ब्रह्मा द्वारा अजेय होने का वरदान पाकर रावण अत्याचारी हो गया। वह ऋषि मुनियों, महिलाओं पर अत्याचार करने लगा। उसके अत्याचार से पूरी धरती कांप उठी। देवता व ऋषि उसके अत्याचार से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की। जिस पर ब्रह्मा ने कहा कि भगवान विष्णु प्रभु श्री राम के रूप में धरती पर मनुष्य के रूप में अयोध्या में जन्म लेंगे तथा धरती को रावण के अत्याचार से मुक्त कर देवताओं मुनियों का उद्धार करेंगे। समिति के अध्यक्ष संतोष पांडेय,संरक्षक कामता प्रसाद त्रिपाठी, चंद्रभान मिश्रा,संतलाल अग्रहरि,शिवम अग्रहरि,सुरेंद्र शर्मा आदि कलाकारों द्वारा सुंदर व बेहतरीन प्रस्तुति किया गया।
इस मोके पर जगदीश प्रसाद धुरिया,अशोक शुक्ला,श्याम सुंदर गुप्ता,अमरजीत वर्मा,राम तिलक ताडमली,रमाकांत मोदनवाल,राजेश साहू,सुरेन्द्र शर्मा,महेश सोनी,विनोद मद्धेशिया,कन्हैया लाल,अजय सेठ,अजीत उर्फ चौथी कनौजिया आदि लोगों की देखरेख में रामलीला का शुभारंभ किया गया।
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