अम्बेडकर नगर जनपद के तहसील आलापुर क्षेत्र मे उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने एवं महिलाओं की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए भले ही लाख दावे करे परन्तु थाना जहाँगीरगंज की पुलिस पट्टीदारों की दबंगई से पीड़ित महिला को निजात दिलाने में कोई दिलचस्पी नहीं ले रही है जिससे पट्टीदार पीड़िता को दीवाल के सहारे प्लास्टिक पन्नी डालकर मजबूर कर रहे हैं जबकि पीड़िता आधे हिस्से की हकदार हैं । जिले के सभी अधिकारियों के आदेश निर्देश को धता बताते हुए पीड़िता का उत्पीड़न किया जा रहा है और पीड़िता अपने बच्चों के साथ छः फिट की प्लास्टिक पन्नी घेरकर उसमें रहने को मजबूर है जहाँ सिर्फ खाना बन सकता है और पीड़िता अपने बच्चों के साथ खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है । आपको बता दें कि ग्राम सहाबुद्दीनपुर निवासी विधवा महिला कैलाशी पत्नी स्व रामकेवल अपने पति व बच्चों के साथ रोजी रोटी के लिए परदेश रहती थी और बराबर दो चार दिन के लिए घर आती रहती थी और पूरा घर व आबादी खेत सबकुछ सगे पट्टीदार निनका पत्नी रामनेवल व उनके बच्चे उपयोग करते थे जब पीड़िता के पति की मौत हो गई तो बच्चों के साथ गाँव आने पर निनका और उनके बच्चे कैलाशी व उनके बच्चों को घर में घुसने नहीं दिया जिससे पीड़िता अपने बच्चों के साथ खुले आसमान के नीचे रहने पर मजबूर है । बता दें कैलाशी पत्नी रामकेवल व निनका पत्नी रामनेवल सगी देवरानी जेठानी हैं लेकिनआवास विहीन पीड़िता जिले के जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी, तहसीलदार लेखपाल कानूनगो सबकी रिपोर्ट व आदेश लेकर महीनों से थाने का चक्कर लगा रही है परन्तु गरीब महिला की मदद करने के विपरीत पुलिस दबंग पट्टीदारों के प्रभाव में कार्य कर रही है ।पीड़िता गरीबी व लाचारी में दबंग पट्टीदारों एवं पुलिसिया जुल्म का शिकार होकर इस आशंका में परेशान है कि यदि आवास और खेती पट्टीदार नही देंगे तो वह अपने बच्चों को लेकर कहाँ जाएगी । विधवा महिला से दबंग पट्टीदार मारपीट करने पर उतारू हैं जबकि पीड़िता आधे हिस्से की हिस्सेदार है थाना जहाँगीरगंज पुलिस की कार्यशैली क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
अम्बेडकर नगर न्यूज पीड़िता विधवा महिला के दबंग पट्टीदारों ने नहीं हिस्सा खुले आसमान में प्लास्टिक पन्नी डालकर कर रहने पर मजबूर।
विकाश कुमार निषाद हिंदी संवाद ब्यूरो चीफ अम्बेडकर नगर
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