जौनपुर। डीएम ने की संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान की समीक्षा


आईसीडीएस विभाग को सौ फीसदी गृह भ्रमण करने का दिया निर्देश

साफ-सफाई, एंटी लार्वा छिड़काव, डेंगू मच्छरों के स्रोत विनष्टीकरण पर दिया ज़ोर

जौनपुर। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में सोमवार को संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान की समीक्षा बैठक हुई। इसमें सभी विभागों की उपलब्धि लक्ष्य के सापेक्ष पाई गई। 

प्रदेश स्तर से जारी पर्यवेक्षणीय रिपोर्ट के अनुसार सभी मानक राज्य स्तर से ऊपर थे। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) की ओर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की घर-घर भ्रमण की उपलब्धि राज्य स्तर के 43 प्रतिशत के सापेक्ष 44 प्रतिशत थी। इस पर जिलाधिकारी ने असंतोष ज़ाहिर किया। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) डॉ आरबी सिंह को बेहतर करने के लिए निर्देशित किया। डीएम ने जनपद की सभी नगर पालिका, नगर पंचायत और टाउन एरिया के अधिशासी अधिकारी (ईओ) को वार के रूप में अभियान चलाकर साफ-सफाई, एंटी लार्वा छिड़काव, डेंगू मच्छरों के स्रोत विनष्टीकरण का काम कराने के लिए निर्देशित किया। चौराहों पर माइक से डेंगू बचाव से संबंधित संदेश का प्रसारण करवाने को कहा। आपूर्ति विभाग को अपने स्रोतों से हैंडबिल बनवाकर कोटेदारों के माध्यम से घर -घर पहुंचाने का निर्देश दिया। नगर क्षेत्र के डेंगू धनात्मक रोगियों की सूची का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने ईओ को बलुआघाट, ओलन्दगंज व पुलिस लाइन में प्रतिदिन फागिंग कराने के लिए निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने सभी ईओ से साफ-सफाई, एंटी लार्वा छिड़काव, फागिंग आदि के बारे में जानकारी ली। ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई के लिए जेसीबी से कूड़ा उठान कराकर गड्ढे में डलवाने को कहा। ग्रामीण स्तर पर एडीओ पंचायत के माध्यम से वह सभी कार्रवाई सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया जिसे नगरीय क्षेत्र में ईओ नगर पालिका के माध्यम से कराया जा रहा है। नगरीय क्षेत्र की 74 आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से नगरीय क्षेत्र की कार्य योजना बनाने के लिए निर्देशित किया। कार्य योजना के अनुसार आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घरों के अंदर जाकर डेंगू मच्छरों के प्रजनन स्रोतों का विनष्टीकरण करेंगी तथा उसका अंकन दस्तक के प्रारूप पर कराकर नगरीय स्वास्थ्य केंद्र पर जमा करेंगी। उनकी सूचना पर अधिक घनत्व के स्थानों पर निरोधात्मक कार्रवाई कराई जाएगी। उन्होंने तत्काल कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह को जनपद के सभी निजी चिकित्सालयों के संचालकों को बुखार का रोगी आने पर पंजीकरण के समय ही उसकी डेंगू जांच कराने तथा जांच रिपोर्ट के आधार पर रोगी का अंतरंग प्रबंधन व इलाज कराने के लिए एडवाइजरी जारी करने का निर्देश दिया। डेंगू रोगियों को एंटीबायोटिक, स्टेरायड और एस्प्रिन ग्रुप की दवा कदापि नहीं दिए जाने के लिए निर्देशित किया। डेंगू प्रबंधन एवं इलाज के लिए केंद्र सरकार की ओर से जारी स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) का कड़ाई से पालन करने को कहा। बख्शा ब्लाक में स्क्रप टायफस का रोगी पाए जाने पर वहां के एडीओ पंचायत को संबंधित गांव में हाईसेन्थस झाड़ियों की उच्च प्राथमिकता से सफाई कराने का निर्देशित दिया। रामपुर और बख्शा के प्रभारी चिकित्साधिकारी (एमओआईसी) को मलेरिया फेल्सीफेरम के चिह्नित रोगी पर कड़ी निगरानी रखने तथा उनके परिवार एवं आसपास के लोगों का साप्ताहिक सर्वे कराने को कहा। आमूल उपचार के एक पक्ष के बाद पुनः फालोअप जांच की भी बात कही। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) साईं तेजा सीलम, सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह सहित स्वास्थ्य व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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