लखनऊ। फुपुक्टा चुनाव- प्रो वीरेंद्र  सिंह चौहान अध्यक्ष व प्रो. पी के सिंह महामंत्री पद पर निर्वाचित

लखनऊ। फपुक्टा चुनाव 2022 का परिणाम देर रात घोषित हुआ, जिसमें नारायण कॉलेज शिकोहाबाद के प्रो वीरेंद्र सिंह चौहान फुपुक्टा चुनाव में तीन वोटों से जीत के साथ शिक्षक संघ के प्रदेश कार्यकारिणी फपुक्टा में तीसरी बार अध्यक्ष पद पर निर्वाचित होकर इतिहास रच दिया। साथ ही एमडीपीजी प्रतापगढ़ के प्रोफेसर पीके सिंह महामंत्री पद पर निर्वाचित हुए। FUPUCTA (Federation of Uttar Pradesh University and College Teachers Association) 

फपुक्टा चुनाव कालीचरण पीजी कॉलेज लखनऊ में 25 सितंबर 2022 को संपन्न हुआ। जिसमें प्रदेश भर के समस्त महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के डेलिगेट शिक्षकों ने बढ़ चढ़ कर वोटिंग की और इसके परिणाम में अध्यक्ष के रूप में प्रो. वीरेंद्र सिंह अध्यक्ष चुना और प्रो पी के सिंह को शिक्षकों ने महामंत्री चुना जो सबसे ज्यादा 57 प्रतिशत मत पाकर अपनी लोकप्रियता साबित की। 

प्रो वीरेंद्र  सिंह चौहान पिछले दशकों से शिक्षक हित और शिक्षक सम्मान के मुद्दों की लड़ाई लड़ने वाले प्रो वीरेंद्र  सिंह चौहान को प्रदेश भर के समस्त महाविद्यालयों के शिक्षकों के बीच पहले से ही ख्याति प्राप्त था। श्री चौहान जी के संघर्ष का नतीजा रहा कि डिग्री कॉलेज के शिक्षक प्रोफेसर पद नाम के साथ पिछली वर्ष सम्मानित हुए। 

जबकि प्रोफेसर पीके सिंह की लोकप्रियता इसी से साबित होती है प्रोफेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भैया राज्य विश्वविद्यालय प्रयागराज के महाविद्यालयों के शिक्षकों के संघ के अध्यक्ष लगातार दो बार चुने गए। विगत कई वर्षों से शिक्षा के हित की लड़ाई विश्वविद्यालय स्तर पर लड़ते हुए शिक्षकों के बीच अपनी मजबूत पकड़ व पहचान बनाए। 5 पीएचडी इंक्रीमेंट, कैशलेस चिकित्सीय सुविधा, बगैर एनओसी और रोस्टर रहित के स्थानांतरण, पुरानी पेंसन की बहाली के साथ शिक्षक समाज के साथ होने वाले विसंगतियों को अपना प्रमुख मुद्दा बनाया था, जिसकी जिसकी वजह से प्रदेश भर के डेलिगेट शिक्षकों ने प्रो वीरेंद्र  सिंह चौहान प्रो पी के सिंह के पक्ष में मतदान किया। प्रताप बहादुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय प्रतापगढ़ शिक्षक संघ के मंत्री डॉ अखिलेश मोदनवाल, फुपुक्टा प्रदेश के नई कार्यकारिणी को बधाई बधाई देते हुए बताते हैं फुपुक्टा का चुनाव अप्रत्यक्ष चुनाव है जिसमें सर्वप्रथम सभी महाविद्यालयों से 15 शिक्षकों के अनुपात में एक डेलीगेट का चुनाव महाविद्यालय ईकाई शिक्षक संघ में होता है यदि शिक्षकों की संख्या 15 से कम होती है तो भी एक डेलीगेट जरूर उस महाविद्यालय के शिक्षकों के द्वारा निर्वाचित होते हैं फिर सारे महाविद्यालयों के कुल डेलिगेट मिलकर प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों का चुनाव वोटिंग के द्वारा करती हैं।

प्रो वीरेंद्र  सिंह चौहान के प्रो पी के सिंह के जीत की खुशी में प्रदेश भर के विश्वविद्यालय से जुड़े एडेड महाविद्यालयों के शिक्षकों में खुशी का माहौल है। और देर रात मिठाई बाँट कर खुशिया मनाई। साथ ही साथ नई कार्यकारिणी से आशांवित भी है कि शिक्षक सम्मान की रक्षा और शिक्षक हित के मुद्दे पर समर्पित रहेंगी।

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