औरैया // राष्ट्रीय पोषण एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र ग्वारी विकासखंड अछल्दा जनपद औरैया एवं इफको औरैया के संयुक्त तत्वावधान में भाग्यनगर विकास खंड के सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख भाग्य नगर ने उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सब्जी एवं फलों को लगाकर परिवार के खर्चे में को कम कर सकते हैं कृषि विज्ञान केंद्र ग्वारी विकासखंड छल्ला जनपद औरैया के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ बैज्ञानिक डा अनंत कुमार ने उपस्थित महिलाओं को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध खाद पदार्थ जैसे कि अनाज बायोफोर्टीफाइड वैरायटी हरी पत्तेदार सब्जी स्थानीय स्तर पर उगने वाले फल जैसे आंवला जामुन बेल बेल अमरूद का भी उपयोग करने के सलाह दी साथ ही साथ भी मौसम में जब की सब्जियां महंगी होती है उस समय जिस समय की फल सब्जियां सस्ती होती है उसको सुखा करके भी बेमौसम में उसका उपयोग करें जिससे कि कुपोषण की समस्या को दूर किया जा सके इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र ग्वारी के वैज्ञानिक ने महिलाओं को बताया कि पोषण वाटिका में फलदार वृक्ष को अवश्य लगाएं इससे आसानी से और अच्छे गुणवत्ता वाला फल परिवार के सदस्यों को आसानी से मिल जाएगा। और इससे जो पारिवारिक खर्च होते हैं उसमें भी कमी आएगी इस कार्यक्रम में कार्यक्रम सहायक कृषि अंकुर क्षा ने पोषण वाटिका में एवं फलदार वृक्षों में होने वाले रोग एवं कीट के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से गृह विज्ञान वैज्ञानिक रश्मि यादव ने बताया कि कुपोषण को खत्म करने के लिए सरकार व विभाग द्वारा राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत सार्थक प्रयास किया जा रहा है पोषण अभियान के तहत प्रत्येक घर मे पोषण वाटिका बनाई जाएंगी। पोषण वाटिका से उगाई जाने वाली सब्जियां पोषक तत्वों से भरपूर रहेंगी वाटिका में उगाई जाने वाली हरी सब्जियां, सहजन, करौंदा और नीबू के गुणों के बारे में जनसामान्य को जागरूक किया गया इसी के साथ उन्होंने बताया कि हमें अपनी पोषण वाटिका में एक सहजन का पौधा अवश्य लगाना चाहिए क्योंकि यह पौधा हमारे लिए बहुत ही लाभकारी होता है इस पौधे में प्रत्येक विटामिन मिनरल पोटेशियम आयरन प्रोटीन इत्यादि भरपूर मात्रा में पाया जाता है सहजन की पत्ती,फल , फली प्रत्येक भाग को खाने के उपयोग में लाया जाता है इसकी उपयोगिता विश्वभर में विख्यात है।
ब्यूरो रिपोर्ट :- जितेन्द्र कुमार
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know