क्या नगर पालिका चुनाव में ब्राह्मण प्रत्याशी पर दाव लगायेंगी राजनीतिक पार्टियां ?
बलरामपुर//देश भर में जातिवादी राजनीति ही हावी होती जा रही है इससे इनकार नही किया जा सकता। हर प्रदेश में पार्टियां ज्यादा संख्या में होने वाले जाती बिरादरी के नेता को य तो अपने दल में रखकर बेहतर पद देने में विस्वास करते हैं या फिर अपनी बिरादरी पर पकड़ रखने वाले नेता से गठबंधन बनाने का गुना गणित चलता ही रहता है।इसकी बानगी लगातार देखा जा रहा है ।इसी कारण बड़ी पार्टियों का गणित खराब भी हो रहा है।
बात आगामी निकाय चुनाव में टिकट बंटवारे की करें तो लगभग हर जिले में बिरादरी में अच्छी पकड़ और मजबूत जातिगत नेता को दरकिनार करने से पार्टीया डरेंगी
जनपद बलरामपुर नगर पालिका के सभी निकायों के सीटों की करें तो लगभग यही हाल हर जगह दिखाई दे रहा है।
बात बलरामपुर मुख्यालय के नगर पालिका परिषद चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर करें तो यहां भी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है।
विदित हो तो नगर पालिका परिषद बलरामपुर में चुनाव का बिगुल लगभग बज सा चुका है। सभी राजनीतिक पार्टियों में संभावित प्रत्याशियों ने अपनी जोर आजमाइश शुरू कर दी है। दिलचस्प होगा कि भाजपा या सपा में से कोई भी पार्टी ब्राह्मण प्रत्याशी उतार सकती है। पिछले नगर पालिका चुनाव में उभरते ब्राह्मण चेहरा के डी शुक्ला ने निर्दल चुनाव लड़ते हुए 4200 और 7500 मत पाकर ब्राह्मणों को जगाने का प्रयास किया था।
नगर पालिका में मुस्लिम मतदाताओं के बाद सबसे अधिक मतदाता ब्राह्मण ही हैं ऐसे में समाजवादी पार्टी या बीजेपी में कोई भी पार्टी ब्राह्मण प्रत्याशी पर दाव लगाना पसन्द करेंगी।
समाजवादी पार्टी से एक मात्र ब्राह्मण प्रत्याशी संजय तिवारी एडवोकेट दावेदारी कर रहे हैं। पूर्व वायु सैनिक संजय डीएवी इन्टर कॉलेज बलरामपुर के मैनेजर है और प्रेस क्लब व पूर्व सैनिक संघ के जिला अध्यक्ष के साथ साथ अधिवक्ता संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष रहे है। भाजपा में ब्राह्मण प्रत्याशी की भरमार है, महेश शुक्ला, अशोक तिवारी, संजय शर्मा , शिवानंद मिश्रा,सहित कई महिला ब्राह्मण प्रत्याशी ने अपनी दावेदारी कर रखी है, केडी शुक्ला के उतराधिकारी माने जाने वाले महेश शुक्ला बीजेपी मे प्रबल ब्राह्मण प्रत्याशी माने जाते है।
उमेश चन्द्र तिवारी
हिन्दीसंवाद न्यूज
बलरामपुर
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