नई दिल्ली में बोर्ड ऑफ ट्रेड की बैठक में शामिल हुए मंत्री नन्दी
एक अक्टूबर से लागू होगी भारत की नई विदेश व्यापार नीतिः पीयूष गोयल
2030 तक 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के निर्यात का लक्ष्य
पांच वर्ष में उत्तर प्रदेश का निर्यात 77.27 प्रतिशत बढ़कर 1.56 लाख करोड़ रूपये तक पहुंचाः नन्दी
अगले तीन वर्षों में उत्तर प्रदेश का निर्यात 3 लाख करोड़ रूपये तक पहुंचाने का है लक्ष्यः नन्दी
वन ट्रिलियन डालर इकोनामी वाला राज्य बनने के लक्ष्य की ओर अग्रसर है उत्तर प्रदेशः नन्दी
’भारत का पॉचवा सबसे बड़ा निर्यातक राज्य है उत्तर प्रदेशः नन्दी
लखनऊः 13 सितम्बर, 2022
देश के व्यापार को बढ़ावा देने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए मंगलवार को नई दिल्ली स्थित होटल अशोका में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में व्यापार बोर्ड की बैठक आयोजित हुई। जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ’नन्दी’ बैठक में सम्मिलित हुए। मंत्री नन्दी ने पिछले पांच वर्षों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के निर्यात में 77.27 प्रतिशत की हुई अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी का आंकड़ा केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री के सामने रखा।
बैठक में माननीय केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल जी की अध्यक्षता एवं विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों व सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में नई विदेश व्यापार नीति (2022-2027) पर विशेष चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि एक अक्टूबर 2022 से नई विदेश व्यापार नीति लागू हो जाएगी। बैठक में पूरे देश में घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने और निर्यात बढ़ाने से जुड़े विभिन्न मसलों पर भी चर्चा हुई।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे व्यापार बिरादरी के सामूहिक प्रयासों से 2030 तक 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के निर्यात का लक्ष्य रखा गया है, जिसे पूरा करने का हर सम्भव प्रयास किया जाएगा। वहीं एक अक्टूबर 2022 से भारत की नई विदेश व्यापार नीति लागू होने जा रही है, जिससे निर्यात को बढ़ावा देने में और अधिक मदद मिलेगी। माननीय केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल जी ने भी बैठक को सम्बोधित किया।
उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि किसी भी अर्थव्यवस्था की मजबूती में निर्यात की बेहद महत्वपूर्ण व अग्रणी भूमिका होती है। उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य है। प्रदेश में उद्योगों के लिए पर्याप्त मात्रा में रॉ मैटेरियल, मानव संसाधन, खपत के लिए बड़ा बाजार उपलब्ध है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा एवं प्रदेश के कर्मयोगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डालर इकोनामी वाला राज्य बनने के लक्ष्य की ओर तेजी से अग्रसर है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में निर्यात क्षेत्र का विशेष योगदान होगा।
मंत्री नन्दी ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का पॉचवा सबसे बड़ा निर्यातक राज्य है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले पॉच वर्षाे में प्रदेश का निर्यात 77.27 प्रतिशत बढ़कर 88 हजार करोड़ से एक लाख 56 हजार करोड़ हो गया है। निर्यात में यह वृद्धि अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक है। हमारी सरकार ने अगले तीन वर्षों में 3 लाख करोड़ रूपए के निर्यात का लक्ष्य रखा है और इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में हम ठोस रणनीति के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
मंत्री नन्दी ने कहा कि एक प्रभावशाली एवं समग्र विकास को सुनिश्चित करने वाली निर्यात नीति बनाने के लिए हमने अलग-अलग समय पर सर्विस सेक्टर से जुड़े मेडिकल टूर एण्ड ट्रैवल और एजुकेशन सेक्टर, के प्रतिष्ठित स्टेक होल्डर्स से संवाद एवं उनके बहुमूल्य सुझाव लेने के लिए विभिन्न वर्कशाप का आयोजन किया है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश एक्सपोर्ट हब बन कर उभरा है और देश का पाँचवा प्रमुख निर्यातक राज्य बन गया है। उत्तर प्रदेश में एयरपोर्ट और एक्सप्रेसवे के अभूतपूर्व विकास से निर्यात की सम्भावनाओं में व्यापक वृद्धि हुई है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में केवल 2 एयरपोर्ट संचालित थे। आज 9 एयरपोर्ट संचालित हैं। 8 एयरपोर्ट लगभग बनकर तैयार हो रहे हैं और 4 नये एयरपोर्ट पर तेजी से काम चल रहा है। उत्तर प्रदेश को 21 एयरपोर्ट के साथ 5 इण्टरनेशनल एयरपोर्ट वाला देश का पहला राज्य होने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा हैं। इसके साथ ही देश के कुल एक्सप्रेसवे का 37.7 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश में स्थित है। आवागमन एवं ट्रान्सपोर्टेशन की बेहतर सुविधाओं से निर्यात में वृद्धि हुई है।
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