उत्तर प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि के दृष्टिगत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य हेतु आवश्यकतानुसार एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 तथा पी0ए0सी0 की टीमें तैनात करने के निर्देश दिए थे।
यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में जनपद बदायूं में गंगा नदी, लखीमपुर खीरी में शारदा नदी, बलिया में घाघरा नदी तथा गोण्डा में कुआनो नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर हो चुका है। वर्तमान में प्रदेश के 12 जनपदों के 252 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।
राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार बाढ़ के खतरे के दृष्टिगत वर्तमान में प्रदेश के 44 जनपदों में कुल 67 टीमें राहत एवं बचाव कार्यों हेतु तैनात की गई हैं। प्रदेश के 07 जनपदों-वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, बहराइच, अयोध्या तथा बरेली में एन0डी0आर0एफ0 की 08 टीमें तैनात हैं। इसी प्रकार, प्रदेश के 10 जनपदों-बाराबंकी, गोरखपुर, लखनऊ, मुरादाबाद, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी, इटावा, अयोध्या तथा मीरजापुर में एस0डी0आर0एफ0 की 15 टीमें लगायी गई हैं।
इसके अलावा, प्रदेश के 46 जनपदों-सीतापुर, बहराइच, हमीरपुर, प्रयागराज, कौशाम्बी, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, कानपुर नगर, चित्रकूट, फिरोजाबाद, आगरा, जालौन, गोरखपुर, देवरिया, मुरादाबाद, बिजनौर, अमरोहा, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, गोण्डा, श्रावस्ती, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, गाजीपुर, भदोही, बलिया, वाराणसी, आजमगढ़, मीरजापुर, औरैया, कानपुर देहात, सहारनपुर, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, प्रतापगढ़, फतेहपुर, चन्दौली, इटावा, मथुरा, मेरठ तथा कासगंज में 17 कम्पनियों की 44 टीमें तैनात की गई हैं।
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