*15 अगस्त यौमे आजादी के मौके पर अलजामेतुल गौशिया अरबी कालेज के छात्र-छात्राओं ने निकाला प्रभात फेरी*
उतरौला (बलरामपुर)
आजादी के अमृत महोत्सव अन्तर्गत हर तिरंगा कार्यक्रम में अल्पसंख्यक समुदाय की शत-प्रतिशत सहभागिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 15अगस्त को गौसिया अरबी कालेज के प्रबंधक अयाज मुस्तफा खान के नेतृत्व में नगर प्रभात फेरी निकाली गई।
इस दौरान गौशिया अरबी कालेज से निकलकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौराहा पहुंचा। चौराहे पर शिक्षक एवं छात्र छात्राओं ने कौमी तराना पेश कर, हर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल बनाने, देश प्रेम, एकता व भाईचारा कायम रखने की अपील की।
सभी मौलाना, हाफिज, कारी, शिक्षक एवं छात्र छात्राएं हाथों में तिरंगा लिए देश भक्ति गीत गुनगुनाते हुए चल रहे थे। प्रभात फेरी श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौराहा से वापस मदरसा पहुंचा, जहां राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम का समापन किया गया।
जागरूकता रैली में मदरसे के सभी शिक्षक, मौलाना व छात्र-छात्राओं ने इंकलाब जिंदाबाद, यौमे आजादी मुबारक हो, हिन्दुस्तान जिन्दाबाद, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर रहें, एवं भारत माता की जय के गगनभेदी नारे लगाए। स्वतंत्रता सप्ताह तथा हर घर तिरंगा कार्यक्रम के लिए अल्पसंख्यक समुदाय पूरी तरह तैयार दिखा। रैली पर विभिन्न स्थानों पर लोगों ने पुष्प वर्षा की। प्रधानाचार्य मौलाना बैतुल्लाह ने कहा कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की प्रेरणा से आयोजित हो रहे आजादी के अमृत महोत्सव का मुख्य उद्देश्य यही है कि प्रत्येक नागरिक के मन में राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत हो। स्वतंत्रता के प्रतीकों के प्रति सम्मान का भाव उजागर हो तथा हम अपने राष्ट्र ध्वज जो हमारी अस्मिता, आन, बान व शान का प्रतीक, का सम्मान कर गौरान्वित हो सकें।
उन्होने कहा कि आजादी के 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर अमर सेनानियों को कैसे भूल सकते हैं।
जिनकी कुर्बानियों की वजह से हमें आजाद मुल्क और संविधान प्राप्त हुआ है, जो हमारे मौलिक अधिकारों को रेखांकित करता है।इस मौके पर मुफ्ती मसीहुद्दीन, मौलाना रियाज हैदर, मौलाना अलाउद्दीन, मौलाना अब्दुल कयूम, मौलाना नईमुद्दीन, कारी महबूब अली, मौलाना जियाउलहक, मौलाना रेहान कादरी, कारी गुल मोहम्मद, मौलाना हशमत अली, शिक्षक मैनुद्दीन सिद्दीकी, मोहम्मद तौसीफ, मोहम्मद मुस्तफा, वजहुल कमर, कारी अबरार रज़ा, मौलाना अता मोहम्मद, मौलाना सज्जाद अली, हाफिजुलहुदा समेत विद्यालय के बच्चे एवं अनेक अभिभावक मौजूद रहे।
असग़र अली
उतरौला
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