उतरौला(बलरामपुर) परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को नई किताबें न मिलने से बच्चे फटी पुरानी किताबों के सहारे पढ़ने को विवश हैं।आलम यह है कि 90फीसदी बच्चों के पास किताबें ही नही है।
अप्रेल माह से नए शैक्षिक सत्र की शुरूआत हो चुकी है लेकिन इसके बावजूद विभाग की ओर से अध्यनरत के सभी विद्यालयों के बच्चों को किताबें मुहैया नहीं कराई जा सकी हैं।जिसके कारण कही़ं एक या फिर दो किताबों के सहारे पूरे क्लास में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है।कई बच्चे पुरानी किताबों के सहारे पढ़ाई कर रहे हैं।विद्यालय में बगैर किताब के अध्यापकों को भी बच्चों को पढ़ाने में दिक्कत होती है तो बच्चों की तैयारी भी बेहद कमजोर हो रही है इसको लेकर विद्यालय के शिक्षक और बच्चे व अभिवावक भी चिंतित हैं।कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई बाधित होने से जहां उनका शैक्षिक स्तर गिरा है तो वहीं किताबें न मिलना उनके लिए अभिशाप साबित हो रहा है।आने वाले समय में होने वाले परीक्षा के लिए बच्चों की तैयारी काफी कमजोर साबित होगी।
इस बारे में खंड शिक्षा अधिकारी उतरौला सतीश कुमार ने बताया कि किताबें जल्द ही आने वाली हैं सभी बच्चों को किताबें मुहैया कराई जाएगी हालाकि अभी किताबें नहींआई हैं जिसकी वजह से शिक्षण कार्य में कुछ व्यवधान आ रहा है किताबें मुहैया हो जाने के बाद समस्या का समाधान हो जाएगा।
असगर अली
उतरौला
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know