अंबेडकर नगर। "अंतर्राष्ट्रीय हेपेटाईटिस दिवस" के तहत बद्री नमिता कॉलेज ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंस (DPMI - Hanswar)
के तहत जागरूकता रैली निकाली गई। बद्री नमिता कॉलेज ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंस हसवर के चैयरमेन वैभव मिश्र ने बच्चो उनके अभिभावको ,क्षेत्र के लोगो को हेपेटाईटिस के प्रति जागरूक कराते हुए बताया कि हर वर्ष 28 जुलाई को " विश्व हेपेटाईटिस दिवस" को मनाया जाता है , इसे मनाने का उद्देश्य हेपेटाईटिस जैसी घातक बीमारी का पता लगाने, उसे कंट्रोल या खत्म करना है। हेपेटाईटिस अलग-अलग तरह के संक्रमणों (हेपेटाइटिस-A से लेकर E तक) दूषित खाने और शराब जैसे गैर-संक्रामक कारणों के कारण लीवर में हुई सूजन को हेपेटाइटिस कहते है। भारत में क्रोनिक हेपेटाइटिस B संक्रमण विश्व की तुलना में लगभग 11% है।
हेपेटाइटिस लीवर से जुड़ी बीमारी है, जो वायरल संक्रमण की वजह से होती है। हेपेटाइटिस होने पर लीवर में सूजन आ जाती है। ये 5 तरह के होते हैं, हेपेटाइटिस- ए,बी,सी,डी और ई। छोटे बच्चों को जन्म के बाद ही हेपेटाइटिस का टीका लगा दिया जाता है, ताकि वे इस घातक बीमारी से बच सकें।
वैभव मिश्र ने बताया कि हेपेटाइटिस का मतलब उस अंग में सूजन होना होता है जो पोषक तत्वों को प्रोसेस करता है, खून को फिल्टर करता है, और संक्रमण से लड़ता है। यानी यह अंग लीवर है। लीवर में होने वाली सूजन को हेपाटाइटिस कहते हैं। जब लीवर में सूजन या डैमेज होता है, तो लीवर का कार्य प्रभावित हो सकता है। ज्यादा शराब पीने, विषाक्त पदार्थ, कुछ दवाएं और कुछ चिकित्सीय स्थितियां हेपेटाइटिस की समस्या को जन्म देती है।
हेपेटाइटिस आमतौर पर गंदे पानी और भोजन के सेवन होना शुरू होता है। हेपेटाइटिस-ए, ई के इन्फेक्शन की शुरुआत दूषित जल और दूषित भोजन से होती है। इसके अलावा खुले में शौच, हाथ न धोना और सीवर आदि की सफाई करने वाले लोगों में हेपेटाइटिस तेज़ी से फैलना शुरू होता है। वहीं हेपेटाइटिस-बी और सी संक्रमित व्यक्ति को लगाए गए इंजेक्शन को दोबारा किसी व्यक्ति में लगा देने से होती है। हेपेटाइटिस-बी से संक्रमित मरीज़ का खून किसी दूसरे व्यक्ति को चढ़ा देने से भी संक्रमण फैल सकता है। हेपेटाइटिस-बी और सी संक्रमित व्यक्ति से यौन संबंध बनाने से भी फैल सकता है। हेपेटाइटिस से संक्रमित होने पर सबसे पहले मरीज के लिवर में खराबी होना शुरू होती है। संक्रमण की शुरुआत होने पर मरीज के लिवर में सूजन शुरू होती है और धीरे-धीरे लिवर खराब होने लगता है।
वैभव मिश्र ने हेपेटाइटिस के लक्षण के बारे मे बताया कि इसके लक्षण
पीलिया, मूत्र का रंग गहरा हो जाना, पेट दर्द और सूजन, भूख कम लगना ,वज़न का घटना
मतली/उल्टी, ज़्यादा थकान रहना
मौके पर डीपीएमआई- बद्री नमिता कॉलेज ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंस के चैयरमैन वैभव मिश्र योग एवं मार्शल आर्ट प्रशिक्षक विनोद,डा. राजमणि मिश्र , विपिन मिश्र , प्रतीक पाण्डेय, सानिया खान, श्री मति शिव कुमारी देवी बालिका इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल, श्री मति सुधा त्रिपाठी, वंदना, सुधा, संतोष मिश्रा, वीरेंद्र गुप्ता, रंजना, संदीप, अनुज, विनोद उपाध्याय आदि मौजुद रहे।
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