पावरलूम/हथकरघा बुनकरों को सौर ऊर्जा से जोड़ने के लिए
मुख्यमंत्री बुनकर सौर ऊर्जा योजना शुरू की जायेगी
प्रदेश में संचालित पावरलूमों की होगी जियोटैगिंग
-डा0 नवनीत सहगल
लखनऊ: 22 जुलाई, 2022
उत्तर प्रदेश में पावरलूम/हथकरघा बुनकरों की परंपरागत ऊर्जा स्रोत (बिजली) पर निर्भरता समाप्त कर उनकों सौर ऊर्जा की तरफ ले जाया जायेगा। इसके लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 में मुख्यमंत्री बुनकर सौर ऊर्जा योजना के नाम से नई योजना चलाया जाना प्रस्तावित है। राज्य सरकार ने इस योजना के लिए मौजूदा वित्तीय वर्ष में 10 करोड़ रुपये बजट का प्राविधान भी किया गया है।
यह जानकारी अपर मुख्य सचिव, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग, डा0 नवनीत सहगल ने दी। उन्होंने बताया कि हथकरघा एवं पावरलूम बुनकरों को गैर पारंपरिक सौर ऊर्जा का लाभ दिलाने, पर्यावरण की रक्षा एवं बुनकरों को वस्त्र उत्पादन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा में बनाये रखने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की जायेगी। यूपीनेडा व चिन्हित एजेंसियों/संस्था के माध्यम से बुनकरों को सोलर इन्वर्टर दिये जाने का प्रस्ताव है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में संचालित पावरलूमों की जियोटैगिंग योजना भी प्रस्तावित है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश के पावरलूम की पहचान करने, पावरलूम के तकनीकी उन्नयन एवं इस क्षेत्र में विभिन्न नीतिगत निर्णयों को लागू कराने के लिए उनका सर्वेक्षण कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा पावरलूमों की जियोटैगिंग कराने हेतु अपेक्षित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार ने भी प्रदेश में संचालित पावरलूमों की जियोटैगिंग कराने का निर्णय लिया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष मंे इस योजना के लिए 60 लाख रुपये बजट की व्यवस्था की गई है।
सम्पर्क सूत्र- अमित यादव
मुख्यमंत्री बुनकर सौर ऊर्जा योजना शुरू की जायेगी
प्रदेश में संचालित पावरलूमों की होगी जियोटैगिंग
-डा0 नवनीत सहगल
लखनऊ: 22 जुलाई, 2022
उत्तर प्रदेश में पावरलूम/हथकरघा बुनकरों की परंपरागत ऊर्जा स्रोत (बिजली) पर निर्भरता समाप्त कर उनकों सौर ऊर्जा की तरफ ले जाया जायेगा। इसके लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 में मुख्यमंत्री बुनकर सौर ऊर्जा योजना के नाम से नई योजना चलाया जाना प्रस्तावित है। राज्य सरकार ने इस योजना के लिए मौजूदा वित्तीय वर्ष में 10 करोड़ रुपये बजट का प्राविधान भी किया गया है।
यह जानकारी अपर मुख्य सचिव, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग, डा0 नवनीत सहगल ने दी। उन्होंने बताया कि हथकरघा एवं पावरलूम बुनकरों को गैर पारंपरिक सौर ऊर्जा का लाभ दिलाने, पर्यावरण की रक्षा एवं बुनकरों को वस्त्र उत्पादन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा में बनाये रखने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की जायेगी। यूपीनेडा व चिन्हित एजेंसियों/संस्था के माध्यम से बुनकरों को सोलर इन्वर्टर दिये जाने का प्रस्ताव है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में संचालित पावरलूमों की जियोटैगिंग योजना भी प्रस्तावित है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश के पावरलूम की पहचान करने, पावरलूम के तकनीकी उन्नयन एवं इस क्षेत्र में विभिन्न नीतिगत निर्णयों को लागू कराने के लिए उनका सर्वेक्षण कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा पावरलूमों की जियोटैगिंग कराने हेतु अपेक्षित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार ने भी प्रदेश में संचालित पावरलूमों की जियोटैगिंग कराने का निर्णय लिया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष मंे इस योजना के लिए 60 लाख रुपये बजट की व्यवस्था की गई है।
सम्पर्क सूत्र- अमित यादव
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know