बक्शा। न्यायालय का भी आदेश नहीं मानती बक्शा पुलिस


जौनपुर। बक्शा थाने की पुलिस के लिए न्यायालय के आदेश भी कोई मायने नहीं रखते। शायद यही वजह है कि सिविल जज जूनियर डिविजन शहर के न्यायालय से स्थगन आदेश जारी होने के बाद भी संबंधित भूखंड पर धड़ल्ले से निर्माण किया जा रहा है। पीड़ित ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से कर न्याय की गुहार लगाई। बक्शा थाना क्षेत्र के दरियावगंज गांव निवासी बांके लाल यादव पुलिस अधीक्षक समेत अन्य उच्च अधिकारियों को दिए गए प्रार्थना पत्र में स्थगन आदेश की प्रति भी संलग्न करते हुए कहा है कि पड़ोसी विपक्षी उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा में है जिसके प्रभाव में आकर पुलिस उनकी निजी आराजी को जबरन कब्जा करा रहें हैं। उन्होंने कहा है कि गांव में आराजी संख्या 2140 उनकी निजी जमीन है बावजूद इसके पड़ोसी उस पर बांधा निर्माण, पौधरोपण,पानी टँकी और अन्य कार्य कर उस पर कब्जा कर रहे हैं। मना करने पर उनकी और परिवार के लोगों की पिटाई की गई। जिसकी सूचना स्थानीय थाने पर दी तो पुलिस उल्टे उन्हें ही शांति भंग के आरोप में चालान कर दिया। अब उन्होंने एसपी समेत अन्य उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।

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