हाल ही में कई उत्पादों पर जीएसटी बढ़ाने के सरकार के निर्णय के खिलाफ रविवार को काशी के उद्यमी व व्यापारी लामबंद दिखे। मलदहिया स्थित विनायक प्लाजा में विभिन्न औद्योगिक व व्यापारिक संगठनों की ओर से जीएसटी और इज ऑफ डूइंग बिजनेस पर आयोजित चर्चा में व्यापार और उद्योग होने वाली दिक्कतों को उठाया गया। कहा कि जीएसटी के लागू हुए पांच वर्ष हो गये। सरकार जीएसटी में सरलीकरण के नाम पर प्रतिदिन विसंगतियां थोप रही है। जीएसटी में छोटे-छोटे आयटमों को शामिल करने लेने से व्यापारियों का उत्पीड़न बढ़ गया है। उन्होंने सरकार को आगाह किया कि जीएसटी अविलम्ब वापस लें और व्यापारियों का उत्पीड़न बंद करें। अन्यथा उद्यमी व व्यापारी बड़े पैमाने पर आंदोलन को बाध्य होंगे।अध्यक्षता कर रहे आईआईए के उपाध्यक्ष व उद्यमी आरके चौधरी ने कहा कि कोई न सोचें कि काशी के व्यापारी व उद्यमी संगठन अलग-अलग हैं। सभी व्यापार अपने हिसाब से करते हैं लेकिन जनहित के मुद्दों पर एक हैं। इसी एकता को दिखाने के लिए बैठक आयोजित की गई है। उन्होंने जीएसटी व इज ऑफ डूइंग बिजनेस को लेकर तमाम विसंगतियां गिनाईं। इस मौके पर राजेश भाटिया, नीरज पारिख, दयाशंकर मिश्र, प्रेम मिश्रा, अजित सिंह बग्गा, दीपक बजाज, राकेश जैन, संजीव सिंह बिल्लू, राहुल मेहता सहित रामनगर, चांदपुर व करखियांव इंडस्ट्रियल पार्क के उद्यमी व जिलेभर के प्रमुख व्यापारिक संगठनों के मुखियों ने भी विचार व्यक्त किए।

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