जौनपुर। ग्राम रोजगार सेवकों ने मांगे पूरी न होने से भड़के,दी आंदोलन की चेतावनी

डीएम को ज्ञापन सौंप कर लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की उठाई मांग

क्या है मांग, करोड़ो रूपये काटी गई ईपीएफ की रकम 2 वर्षो बाद भी नही भेजी गई संविदा कर्मियों के खाते में,

जौनपुर। उत्तर प्रदेश ग्राम रोजगार सेवक संघ के बैनर तले बुधवार को जिले भर के ग्राम रोजगार सेवकों ने डीएम मनीष वर्मा को एक मांग पत्र सौंपा। जिसे मौके पर उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी सीलम साईं तेजा को अति शीघ्र निस्तारित करने का निर्देश दिया। संगठन के जिलाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण चौरसिया ने सीडीओ को बताया कि ग्राम रोजगार सेवकों समेत मनरेगा के अन्य समस्त कर्मियों की  ईपीएफ धनराशि कटौती किए जाने के बाद भी उनके निजी खाते में अभी तक विकास खंड कार्यालयों से कोई राशि नहीं भेजी गई। जबकि इस संबंध में पूर्व में दिए गए मांग पत्र पर खुद डीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया था। जिलाध्यक्ष चौरसिया ने डीएम वर्मा को बताया कि शासन के विशेष निर्देश पर वर्ष 2019-20 में जिले भर के सभी संविदा कर्मियों का इपीएफ का खाता खुलवाया गया था। इसके बाद अप्रैल 2020 से प्रतिमाह मिलने वाले मानदेय से नियमित तौर पर जिले के सभी ब्लॉक स्तर से कटौती की गई। परंतु किसी भी संविदा कर्मी का  ईपीएफ से काटी गई राशि की रकम उसके निजी खाते में अन्तरित नहीं कि गई। उधर ईपीएफ रकम काटे जाने के बाद भी संबंधित संविदा कर्मियों के परिवारजनों को किसी प्रकार की राशि न मिलने से उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद ही खराब हो गई है। संगठन के जिलाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण चौरसिया ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि इस संबंध में जब गहराई से जांच पड़ताल की गई तो विकास भवन स्थित मनरेगा सेल से बताया गया कि जिले भर के संविदा कर्मियों की ईपीएफ से काटी गई करोड़ों रुपये की राशि 21  विकास खंड कार्यालयों को स्थानांतरित कर दी गई है। इसके संबंध में अभी पंद्रह दिन पहले भी ग्राम रोजगार सेवकों का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मुलाकात कर ईपीएफ की धनराशि जमा कराने की मांग की गई थी। ऐसे में जरूरत है कि उक्त मामले की जांच करके संबंधित दोषी अधिकारियों के  खिलाफ कार्रवाई की जाए। और काटी राशि संबंधित कर्मियों के खाते में भेजी जाए तथा मृत ग्राम रोजगार सेवकों के परिजनों को आर्थिक लाभ दिया जाए। इस मौके पर संगठन के महामंत्री राकेश कुमार, महेंद्र कुमार यादव, करंजाकला ब्लॉक अध्यक्ष बृजेश कुमार मौर्य, संतोष कुमार मौर्य, दिलीप कुमार आर्य, आशीष कुमार, संजय गुप्ता, कमलेश कुमार ,  रतन लाल गुप्ता, उर्मिला यादव, शोभा यादव , ज्योति यादव  अन्य उपस्थित रहे।

ग्राम रोजगार सेवकों की मौत के बाद भी संजीदा नहीं हुआ प्रशासन


डीएम मनीष कुमार वर्मा को दिए  गए मांग पत्र में संगठन के जिलाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण चौरसिया ने बताया कि अधिकारियों की लापरवाही तब है जब जिले में  तीन ग्राम रोजगार सेवकों की मौत हो चुकी है। 
मृतक ग्राम रोजगार सेवकों में शिवराम कृष्ण विश्वकर्मा ग्राम पंचायत दुहावर विकास खण्ड रामनगर एवं कैलाश चंद यादव    ग्राम पंचायत रामनगर विकास खण्ड बदलापुर और जय शंकर दूबे ग्राम शीहीपुर विकास खण्ड सिकरारा शामिल है।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने