वकीलों पर दर्ज आपराधिक मुकदमे को वापस लेने की मांग को लेकर 26 मई से चल रहे हड़ताल के कारण वादकारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इससे पहले 16 अप्रैल से तहसीलदार को हटाने की मांग को लेकर चला आंदोलन 51वें दिन 21 मई को तब समाप्त हुआ था जब तहसीलदार का स्थानांतरण हुआ था। तीन मई को संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान लेखपाल व वकीलों के बीच हुए विवाद के बाद दस नामजद व अज्ञात वकीलों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे को समाप्त किए जाने का अनुरोध अधिकारियों से किया जा रहा था। इस मांग के पूरी न होने के कारण 26 मई से शुरू हुआ आंदोलन शुक्रवार को 18 वें दिन भी जारी रहा। गतिरोध समाप्त करने के लिए एसडीएम, लेखपाल व वकीलों के बीच कई दौर की वार्ता के बाद भी कोई समाधान नहीं निकल पाया है। अधिवक्ता संघ के महामंत्री अखिलेश सिंह का कहना है कि वकीलों पर दर्ज मुकदमा समाप्त होने तक आंदोलन जारी रहेगा। प्रभारी निरीक्षक अनिल सिंह का कहना है कि पुलिस किसी भी दशा में अपने स्तर से मुकदमा समाप्त नहीं कर सकती क्योंकि लेखपालों ने घटना की लिखित तहरीर देने के साथ वीडियो फुटेज भी उपलब्ध कराए हैं। वादी लेखपाल यदि शपथपत्र देकर मुकदमा समाप्त करने का अनुरोध करें तभी कोई विचार किया जा सकता है।
एसडीएम संतोष ओझा का कहना है कि दोनों पक्षों के साथ बैठक कर मामले का समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है।
असग़र अली
उतरौला
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