भाषा विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय में चल रहे फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के दूसरे दिन शोध के प्रकार एवं विधियों बतायी गई
लखनऊ: 09 जून, 2022
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय में चल रहे फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के दूसरे दिन प्रथम तकनीकी सत्र में मुख्य वक्ता डॉक्टर शैलेश कौशल, लखनऊ विश्वविद्यालय, व्यवसाय एवम प्रबंधन विभाग ने शोध के प्रकार एवं विधियों के बारे में बताते हुए गुणात्मक और संख्यात्मक अनुसंधान के आंकड़ों का संकलन एवम उनके विश्लेषण के लिए प्रयुक्त होने वाले विभिन्न सॉफ्टवेयर के बारे में बताया।
दूसरे तकनीकी सत्र में दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ी मल कालेज के वाणिज्य विभाग के प्रो पी.के. सूर्या ने शोध कार्य के मूल आधार-साहित्य पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि साहित्य का चयन और उसकी समीक्षा कैसे करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने शोध में इसकी उपयोगिता पर भी विस्तार से चर्चा की।
फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के प्रथम तकनीकी सत्र का संचालन डॉ ज़ैबुन निसा (आयोजन सचिव) ने किया और धन्यवाद ज्ञापन कुलानुशासक डॉ नीरज शुक्ल ने दिया। कार्यक्रम के दूसरे तकनीकी सत्र का संचालन डॉ मनीष कुमार(सह आयोजक) ने किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रो एहतेशाम अहमद (संयोजक) ने द्वारा दिया गया। विभाग के शोधकर्ताओं में ऐमन सिद्दीकी, मारिया बिंथ सिराज, शिवम् चतुर्वेदी, आइशा अलीम आदि मौजूद रहे।
लखनऊ: 09 जून, 2022
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय में चल रहे फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के दूसरे दिन प्रथम तकनीकी सत्र में मुख्य वक्ता डॉक्टर शैलेश कौशल, लखनऊ विश्वविद्यालय, व्यवसाय एवम प्रबंधन विभाग ने शोध के प्रकार एवं विधियों के बारे में बताते हुए गुणात्मक और संख्यात्मक अनुसंधान के आंकड़ों का संकलन एवम उनके विश्लेषण के लिए प्रयुक्त होने वाले विभिन्न सॉफ्टवेयर के बारे में बताया।
दूसरे तकनीकी सत्र में दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ी मल कालेज के वाणिज्य विभाग के प्रो पी.के. सूर्या ने शोध कार्य के मूल आधार-साहित्य पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि साहित्य का चयन और उसकी समीक्षा कैसे करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने शोध में इसकी उपयोगिता पर भी विस्तार से चर्चा की।
फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के प्रथम तकनीकी सत्र का संचालन डॉ ज़ैबुन निसा (आयोजन सचिव) ने किया और धन्यवाद ज्ञापन कुलानुशासक डॉ नीरज शुक्ल ने दिया। कार्यक्रम के दूसरे तकनीकी सत्र का संचालन डॉ मनीष कुमार(सह आयोजक) ने किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रो एहतेशाम अहमद (संयोजक) ने द्वारा दिया गया। विभाग के शोधकर्ताओं में ऐमन सिद्दीकी, मारिया बिंथ सिराज, शिवम् चतुर्वेदी, आइशा अलीम आदि मौजूद रहे।
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