अमृत
महोत्सव भारत की विकास यात्रा के अवलोकन का अवसरः राज्यपाल
देश के स्वावलंबन का प्रतीक है आजादी का
अमृत महोत्सवः राज्यपाल
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने आजादी के
अमृत महोत्सव के तहत उत्तर प्रदेश के विधान मंडल की संयुक्त बैठक को किया संबोधित
लखनऊ, 06 जून
राज्यपाल
आनंदी बेन पटेल ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव देश के स्वावलंबन का प्रतीक है, भारत की विकास यात्रा के अवलोकन का अवसर है।
यह महोत्सव भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 12 मार्च 2021 को साबरमती आश्रम से आरंभ हुआ, जो 75 सप्ताह 15 अगस्त 2023 तक तक अनवरत जारी रहेगा। माननीय मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक आयोजनों एवं कार्यक्रमों के माध्यम
से संपूर्ण राज्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इस कड़ी में उत्तर
प्रदेश विधान मंडल के सदस्यों के लिए महामहिम राष्ट्रपति का संबोधन गौरव का विषय
है।
उत्तर
प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने उत्तर प्रदेश विधान मंडल के संयुक्त बैठक
में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति
के संसदीय और विधायी अनुभव और व्यापक लोकतांत्रिक दृष्टिकोण का लाभ सदस्यों को
प्राप्त होगा। आजादी का अमृत महोत्सव हमारी राष्ट्र यात्रा का एक उत्सव है।
आजादी की विरासत को संजोने का उत्सव भीः
राज्यपाल
राज्यपाल
आनंदी बेन पटेल ने कहा कि अनगिनत स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों द्वारा दी गई आजादी
की विरासत को संजोने का उत्सव भी है। यह उत्सव नए भारत के निर्माण और जनता के
गुमनाम नायकों को सहित स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को स्मरण करने का
भी अवसर है। यह हमारा गंभीर दायित्व है कि हम स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के
बलिदान एवं उनके आदर्शों को आत्मसात करें और प्रेरणा लें। स्वतंत्रता संग्राम
सेनानियों के संघर्ष और बलिदान का ही प्रतिफल है कि आज हम आजाद भारत में सबसे बड़ी
विधायिका में जनता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यह विधायिका उनके आदर्शों और
संघर्षों का प्रतिरूप है, जिसमें समाज के किसी भी
वर्ग, समुदाय, धर्म, जाति और अंतिम पायदान पर खड़ा व्यक्ति भी इस विधायिका का सदस्य निर्वाचित
हो सकता है।
ऐतिहासिक और क्रांतिकारी घटनाओं का अगुआ
रहा है सदनः आनंदी बेन
राज्यपाल ने
कहा कि उत्तर प्रदेश विधानमंडल का यह सदन ऐतिहासिक और क्रांतिकारी घटनाओं का अगुआ
रहा है। देश को दिशा और नेतृत्व प्रदान करने वाली महान राजनीतिक विभूतियां इस
विधान मंडल के सदस्य रही हैं। उत्तर प्रदेश विधानमंडल देश के विधानमंडलों में एक
ऐसी अकेली संस्था है, जिसने देश को लाल
बहादुर शास्त्री, चौधरी चरण सिंह, और
वीपी सिंह जैसे प्रधानमंत्री दिए हैं। इसके साथ ही राज्य को सबसे अधिक 9 प्रधानमंत्री देने का गौरव भी प्राप्त हुआ है। स्वर्गीय अटल बिहारी
वाजपेयी ने इस लखनऊ से निर्वाचित होकर देश का नेतृत्व किया और आज यशस्वी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस प्रदेश से निर्वाचित होकर देश को नेतृत्व प्रदान
कर रहे हैं। देश को नेतृत्व प्रदान करने वाले राज्य के ऐतिहासिक विधानमंडल का
सदस्य होना आपके लिए गौरव की बात है।
सदन एवं संसदीय क्षेत्र में कर्तव्य और
दायित्व का हो रहा है विस्तारः राज्यपाल
राज्यपाल ने
कहा कि एक जनप्रतिनिधि के रूप में सदस्यों की भूमिका में निरंतर वृद्धि एवं
परिवर्तन हो रहे हैं। सदन एवं संसदीय क्षेत्र में कर्तव्य और दायित्व का विस्तार
हो रहा है। ऐसे में संसदीय ज्ञान और कार्यकौशल में विशेषता सदस्य गणों को अपने
दायित्व के निर्वहन में सरलता और सहजता प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि सदस्यों
को अपनी कार्यशैली और विशेष रूप से सदन और सदन के बाहर आचरण का अवलोकन करना होगा।
सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से एवं निर्बाध रूप से संचालित हो सके। तभी
लोकतांत्रिक प्रक्रिया सफल होगी और लोकतंत्र मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि हमें
हमारे संविधान और लोकतांत्रिक परंपराओं पर गर्व है। ज्ञान-विज्ञान से समृद्ध भारत
आज मंगल से लेकर चंद्रमा तक अपनी छाप छोड़ रहा है। आज दुनिया के हर मंच पर भारत की
क्षमता और प्रतिभा की गूंज है। आज हमारा देश अभाव के अंधकार से बाहर निकल कर के 130 करोड़ से अधिक भारतवासियों की आकांक्षाओं
की पूर्ति के लिए आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि विधानमंडल में महामहिम
राष्ट्रपति का संबोधन और उनका मार्गदर्शन निश्चित रूप से आपको जनप्रतिनिधि की
आदर्श भूमिका के निर्वहन में उपयोगी सिद्ध होगा। मुझे विश्वास है कि यह अवसर उत्तर
प्रदेश विधानमंडल के संसदीय इतिहास में दीघकालीन प्रभाव छोड़ेगा।
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