जिला चिकित्सालय के नेत्र विभाग में मरीजों से धन उगाही का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से हो रहा वायरल जाने घूस लेने के बाद क्यों किया वापस
गोंडा जिला चिकित्सालय के नेत्र विभाग का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत ही तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें नेत्र परीक्षक मरीजों से पैसे की वसूली करते हुए नजर आ रहा है।
योगी सरकार के लाखों प्रयास के बावजूद भी अस्पतालों में मरीजों से अवैध वसूली का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बाबू ईश्वर शरण जिला चिकित्सालय के नेत्र विभाग में तैनात नेत्र परीक्षक आंख टेस्ट व चश्मा बनाने के के नाम पर पर वीडियो में कुछ पैसे लेते नजर आ रहा है। अस्पताल के घूसखोरी का यह वीडियो किसी मरीज द्वारा बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल के कारनामों की पोल एक बार फिर खुल चुकी है। अभी हाल में एंबुलेंस ना मिलने के कारण एक मरीज को अपने पिता को कंधों पर लादकर 30 किलोमीटर दूरी पैदल चलने के लिए विवश होना पड़ा था। हालांकि कुछ समाजसेवियों के सहयोग से उसे निजी वाहन से घर भेजा गया। उसका आरोप था कि भर्ती के नाम पर भी उससे स्टाफ नर्स द्वारा पैसे की मांग की गई। जब उसने असमर्थता जताई तो उसे बाहर की दवाएं लिखी गई पैसा ना देने की स्थिति में उसके पिता का समुचित इलाज नहीं हो सका। बार-बार स्टाफ नर्स उसके पिता को लखनऊ रेफर करने की बात करती रही। ऐसी स्थिति का खुलासा होने के एक पखवारा नहीं बीता कि अब नेत्र विभाग के घूसखोरी का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल प्रशासन के कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे हैं। हालांकि मरीज द्वारा मोबाइल कैमरे से रिकॉर्डिंग की जानकारी जब नेत्र परीक्षक को हो गई तो उन्होंने संबंधित मरीज को पैसा वापस कर दिया। इस वीडियो में पैसा वापस करते भी दिख रहे हैं। वायरल वीडियो मुख्य नेत्र परीक्षक अशोक कुमार गुप्ता का बताया जा रहा है। इस पूरे मामले पर जिला अस्पताल के सीएमएस का कहना है। कि वीडियो वायरल होने की जानकारी उन्हें नहीं है। यदि ऐसा है तो इसकी जांच कराई जाएगी। जांच में पुष्टि होने के बाद संबंधित के खिलाफ प्रमाण मिलने के बाद कठोर कार्यवाही की जाएगी। अस्पताल में मरीजों को सारी जांच दवाई के साथ-साथ निशुल्क में इलाज किए जाते हैं।
गोंडा रिपोर्ट_ प्रशांत मिश्रा।
9451037631
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know