ऊर्जा मंत्री ने यूपीनेडा के कार्यों की समीक्षा की
ऊर्जा संरक्षण एक पवित्र कार्य है, जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी
लोगों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा को जन-जन तक पहुॅचा कर इससे लाभान्वित किया जाए-श्री ए0के0 शर्मा
लखनऊ: 12 मई, 2022
प्रदेश के ऊर्जा एवं अतिरिक्त स्रोत मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने कहा कि वैकल्पिक ऊर्जा का अधिक से अधिक उपयोग कर पर्यावरण संरक्षण के साथ हम अपने जीवन को भी और अधिक उपयोगी बना सकते हैं। ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ ऊर्जा संरक्षण करना भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण एक पवित्र कार्य है, जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी है। बिना वजह ऊर्जा व्यय से देश एवं प्रदेश को आर्थिक क्षति होती है साथ ही लोगों को आवश्यक ऊर्जा की उपलब्धता मंे भी कमी हो जाती है।
ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा आज उ0प्र0 नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) कार्यालय में विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें बिजली पैदा करने के साथ-साथ इसके समुचित वितरण और संरक्षण के कार्य को भी करना है। सौर ऊर्जा सुदूर क्षेत्रों में भी आसानी से उपलब्ध कराई जा सकती है, इसके लिए विभाग पूरे सामर्थ्य के साथ कार्य करे और लोगों को योजनाओं का लाभ पहुंचाये। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में आने वाली जटिलताओं को दूर कर आसानी से इसे सुलभ कराया जाये, जिससे अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें और वे अपनी ऊर्जा जरूरतों को आसानी से पूरा कर सके। इस दौरान उन्होंने विभागीय कार्यों का प्रस्तुतीकरण भी देखा और अधिकारियों का परिचय लिया।
यूपीनेडा के निदेशक श्री भवानी सिंह खंगारौत ने इस दौरान विभागीय कार्यों का प्रस्तुतीकरण प्रस्तुत किया और उन्होंने मंत्री जी को बताया कि विभाग में सौर ऊर्जा नीति-2017 चल रही है, जिसके माध्यम से अब तक लगभग 02 हजार मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा है, साथ ही विभिन्न कम्पनियों के साथ अनुबन्ध कर इसे और अधिक बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसी प्रकार प्रदेश के 06 हजार घरों में सोलर रूफटाप प्लान्ट स्थापित कर 251 मेगावाट बिजली पैदा की जा रही है। सोलर रूफटॉप कार्यक्रम में लाभार्थियों को भारत सरकार द्वारा 01 से 03 किलोवाट पर 40 प्रतिशत तथा 03 से 10 किलोवाट पर 20 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है। इसी प्रकार राज्य सरकार द्वारा 15 हजार रूपये प्रति किलोवाट तथा 30 हजार रूपये प्रति उपभोक्ता अधिकतम अनुदान मिल रहा है। उन्होंने बताया कि गॉवों और बाजारों में भी सोलर लाइट लगाई जा रही है तथा पीएम कुसुम योजना के माध्यम से किसानों को भी सोलर पम्प का लाभ प्रदान किया जा रहा है। आफग्रिड सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना की जा रही है। सौर ऊर्जा के अलावा जैव ऊर्जा पर भी कार्य किया जा रहा है।
बैठक में प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत श्री एम0 देवराज, सचिव यूपीनेडा श्री अनिल कुमार, वरिष्ठ परियोजना अधिकारी श्री अशोक श्रीवास्तव के साथ अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
ऊर्जा संरक्षण एक पवित्र कार्य है, जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी
लोगों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा को जन-जन तक पहुॅचा कर इससे लाभान्वित किया जाए-श्री ए0के0 शर्मा
लखनऊ: 12 मई, 2022
प्रदेश के ऊर्जा एवं अतिरिक्त स्रोत मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने कहा कि वैकल्पिक ऊर्जा का अधिक से अधिक उपयोग कर पर्यावरण संरक्षण के साथ हम अपने जीवन को भी और अधिक उपयोगी बना सकते हैं। ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ ऊर्जा संरक्षण करना भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण एक पवित्र कार्य है, जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी है। बिना वजह ऊर्जा व्यय से देश एवं प्रदेश को आर्थिक क्षति होती है साथ ही लोगों को आवश्यक ऊर्जा की उपलब्धता मंे भी कमी हो जाती है।
ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा आज उ0प्र0 नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) कार्यालय में विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें बिजली पैदा करने के साथ-साथ इसके समुचित वितरण और संरक्षण के कार्य को भी करना है। सौर ऊर्जा सुदूर क्षेत्रों में भी आसानी से उपलब्ध कराई जा सकती है, इसके लिए विभाग पूरे सामर्थ्य के साथ कार्य करे और लोगों को योजनाओं का लाभ पहुंचाये। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में आने वाली जटिलताओं को दूर कर आसानी से इसे सुलभ कराया जाये, जिससे अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें और वे अपनी ऊर्जा जरूरतों को आसानी से पूरा कर सके। इस दौरान उन्होंने विभागीय कार्यों का प्रस्तुतीकरण भी देखा और अधिकारियों का परिचय लिया।
यूपीनेडा के निदेशक श्री भवानी सिंह खंगारौत ने इस दौरान विभागीय कार्यों का प्रस्तुतीकरण प्रस्तुत किया और उन्होंने मंत्री जी को बताया कि विभाग में सौर ऊर्जा नीति-2017 चल रही है, जिसके माध्यम से अब तक लगभग 02 हजार मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा है, साथ ही विभिन्न कम्पनियों के साथ अनुबन्ध कर इसे और अधिक बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसी प्रकार प्रदेश के 06 हजार घरों में सोलर रूफटाप प्लान्ट स्थापित कर 251 मेगावाट बिजली पैदा की जा रही है। सोलर रूफटॉप कार्यक्रम में लाभार्थियों को भारत सरकार द्वारा 01 से 03 किलोवाट पर 40 प्रतिशत तथा 03 से 10 किलोवाट पर 20 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है। इसी प्रकार राज्य सरकार द्वारा 15 हजार रूपये प्रति किलोवाट तथा 30 हजार रूपये प्रति उपभोक्ता अधिकतम अनुदान मिल रहा है। उन्होंने बताया कि गॉवों और बाजारों में भी सोलर लाइट लगाई जा रही है तथा पीएम कुसुम योजना के माध्यम से किसानों को भी सोलर पम्प का लाभ प्रदान किया जा रहा है। आफग्रिड सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना की जा रही है। सौर ऊर्जा के अलावा जैव ऊर्जा पर भी कार्य किया जा रहा है।
बैठक में प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत श्री एम0 देवराज, सचिव यूपीनेडा श्री अनिल कुमार, वरिष्ठ परियोजना अधिकारी श्री अशोक श्रीवास्तव के साथ अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know