*खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान ने अधिकारियों के साथ की बैठक*
रिपोर्ट/ राम कुमार यादव
बहराइच। जनपद के भ्रमण पर आये मंत्री सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग, उत्तर प्रदेश राकेश सचान ने शुक्रवार को जिले के अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान निर्देश दिया कि जिला प्रशासन के लिए तहसील व थाना मुख्य इकाई है। तहसील व थानों की कार्यशैली से जिला प्रशासन व सरकार की छवि बनती है। श्री सचान ने निर्देश दिया कि थानों व तहसीलों में आने वाले फरियादियों की समस्याओं का निस्तारण शीर्ष प्राथमिकता पर समयबद्ध ढंग से किया जाय।
स्वास्थ्य सेक्टर की समीक्षा के दौरान श्री सचान ने निर्देश दिया कि कोविड जांच का दायरा बढ़ाया जाय तथा कैम्प लगाकर आयुष्मान गोल्डेन कार्ड बनाये जाएं। एएनएम सेन्टरों पर कायाकल्प से पूर्व तथा पश्चात की स्थित के फोटो प्रदर्शित किये जायें ताकि आने वालों को फर्क पता चल सके। आरोग्य मेलो को प्रभावी बनाया जाय सरकार की मंशानुरूप अधिक से अधिक लोगों को जांच एवं उपचार की सुविधा मिल सके। मंत्री ने निर्देश दिया कि गेहूॅ खरीद, जल जीवन मिशन तथा स्वच्छ भारत मिशन महत्वपूर्ण योजनाएं है इसलिए डीएम व सीडीओ नियमित रूप से पर्यवेक्षण करते रहें तथा आवश्यकतानुसार सत्यापन भी कराया जाय।
विद्युत सेक्टर की समीक्षा के दौरान रोस्टर के अनुसार आपूर्ति के साथ-साथ ट्रांसफार्मरों, विद्युत खम्भों एवं विद्युत के तारों को समय से बदलने के साथ-साथ लोकल फाल्ट बिना विलम्ब के दुरूस्त कराये जाने के निर्देश दिये गये। श्री सचान ने यह भी निर्देश दिया कि समय पूर्व बाढ़ से निपटने के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर ली जाय। गौ आश्रय स्थलों में अभिनव प्रयोग के तौर नेपियर ग्रास लगाये जाने तथा भूसादान अभियान के लिए डीएम के प्रयासों की सराहना करते हुए श्री सचान ने निर्देश दिया कि आश्रय स्थलों पर सभी अनुमन्य सुविधाएं मुहैय्या होनी चाहिए। संरक्षित सभी गोवशों के लिए चारा, पानी, छांव, आवास व इलाज के प्रबन्ध में किसी प्रकार की कोताही न की जाय। इस कार्य में जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग प्राप्त किया जाय।
मंत्री श्री सचान ने निर्देश दिया कि जिले के अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए आकांक्षात्मक जनपद को शीघ्र से शीघ्र सामान्य जनपद की श्रेणी में लाये जाने का प्रयास करें। अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के बीच संवादहीनता की स्थिति नहीं होनी चाहिए। डीएम, एसएसपी व सीडीओ समय समय पर जनप्रतिनिधियों से वार्ता करते रहें तथा उनके द्वारा दिये गये सुझावों को प्राथमिकता प्रदान की जाय।
इस अवसर पूर्व मंत्री विधायक सदर श्रीमती अनुपमा जायसवाल, पयागपुर के सुभाष त्रिपाठी व बलहा की श्रीमती सरोज सोनकर, जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी, मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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