तहसीलदार उतरौला का तबादला व उनकी संपत्ति की जांच की मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे अधिवक्ताओं ने शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस का विरोध किया, तहसील भवन में चल रहे क्रमिक अनशन के कारण तहसील सभागार में अधिकारियों के जाने के लिए पिछले दरवाजे को खोला गया, C O उदयराज के नेतृत्व में चार थानों के प्रभारी निरीक्षक मय फोर्स के वकीलों के चौकियों पर मौजूद रहे, सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे जिलाधिकारी श्रुति और पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सक्सेना के पहुचते ही अधिवक्ताओं ने आक्रोशित होकर नारे बाजी करने लगे, फरियादियों का प्रार्थना लिखने के लिए तैनात लेखपालों से अधिवक्ताओं के मना करने पर दोनों के बीच कहासुनी और धक्का-मुक्की हो गई, इससे नाराज हो कर लेखपाल भी धरने पर बैठ गए, पुलिस ने सुरक्षा घेरे में लेकर अधिकारियों को पिछले गेट से सभागार में पहुंचा दिया, सम्पूर्ण समाधान दिवस मे फरियादियों का प्रार्थना पत्र लिखने के लिए SDM ने लेखपालों को तैनात किया था, अधिवक्ताओं और लेखपालों ने एक दूसरे के खिलाफ अमर्यादित नारेबाजी और गालीगलौज शुरू कर दिया बीचबचाव करने आए उपजिलाधिकारी संतोष कुमार ओझा और क्षेत्राधिकारी उदयराज को भी वकीलों और लेखपालों के गुस्से का शिकार होना पड़ा, उधर लेखपालों के समर्थन में राजस्व निरीक्षक, कलेक्ट्रेट कर्मी और राजस्व अमीन भी धरने पर बैठ गए, अधिकारियों द्वारा दोनों पक्षों को बार बार समझाने का प्रयास किया गया, उधर दोनों पक्षों के विवाद के कारण सम्पूर्ण सामाधान दिवस पूरी तरह प्रभावित रहा, यहां आने वाले फरियादियों को अधिकारियों से अपनी शिकायत करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा
असग़र अली
उतरौला
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