वैश्विक स्तर पर डी0ए0पी0, एन0पी0के0, यूरिया की कीमतो में वृद्धि होने के
बाद भी देष में उर्वरकों की कीमतो में वृद्धि नहीं

डी0ए0पी0 पर रू0 2501, एन0पी0के0 पर रू0 1918 तथा आयातित यूरिया
पर रू0 2183.50 का अनुदान अनुमन्य

31 मई, 2022 तक के लिए यूरिया के 8.00 लाख मी0टन लक्ष्य के सापेक्ष
17.11 लाख मी0टन तथा फास्फेटिक उर्वरक के 3.25 लाख मी0टन
लक्ष्य के सापेक्ष 5.38 लाख मी0टन की उपलब्धता सुनिष्चित

प्रदेष के समस्त जनपदों में खरीफ सीजन हेतु पर्याप्त मात्रा में
यूरिया एवं फास्फेटिक उर्वरक की उपलब्धता है

भारत सरकार एवं प्रदेष सरकार किसानों की हर कठिनाई का हरसम्भव
निराकरण करने हेतु दृढ़ संकल्पित

प्रदेष में उर्वरकों खास तौर से यूरिया की कोई कमी नहीं है
-कृषि मंत्री
लखनऊ: 10 मई, 2022
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री, श्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि वैश्विक स्तर पर डी0ए0पी0, एन0पी0के0, यूरिया की कीमतो में वृद्धि होने के बाद भी मा0 प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी के निर्देष पर भारत सरकार, उर्वरक मंत्रालय द्वारा डी0ए0पी0 की कीमत रू0 3851 प्रति 50 कि0ग्रा0 बोरी पर रू0 2501 का अनुदान, एन0पी0के0 (12ः32ः16) की कीमत रू0 3388 प्रति 50 कि0ग्रा0 बोरी पर रू0 1918 का अनुदान तथा आयातित यूरिया उर्वरक की कीमत रू0 2450 प्रति 45 कि0ग्रा0/बोरी पर रू0 2183.50/- का अनुदान देते हुए देष में उर्वरकों की कीमतो को बढ़ने नहीं दिया गया है।
श्री शाही ने बताया कि वैष्विक बाजार में कोविड-19 एवं रूस, यूक्रेन युद्ध के कारण उर्वरकों की कीमतों में एवं उर्वरकों के विनिर्माण में प्रयुक्त होने वाले रॉ-मैटेरियल की कीमतों में अत्यधिक वृद्धि हुई है। वर्श 2020 के बाद यूरिया उर्वरक की कीमतों में 192 प्रतिषत, डी0ए0पी0 में 195 प्रतिषत, म्यूरेट आफ पोटाष (एम0ओ0पी0) में 111 प्रतिषत की बढ़ोतरी हुई है। वर्तमान में डी0ए0पी0 उर्वरक रू0 1350/- प्रति बोरी, एन0पी0के0 (12ः32ः16) रू0 1470/- प्रति बोरी तथा यूरिया रू0 266.50 प्रति बोरी तथा म्यूरेट ऑफ पोटाष (एम0ओ0पी0) रू0 1700/- प्रति बोरी की दर पर कृशकों के क्रय हेतु उर्वरक बिक्री केन्द्रों पर उपलब्ध है।
कृषि मंत्री ने बताया कि वर्श 2020-21 में डी0ए0पी0 पर रू0512 तथा मई, 2021 में रू0 1212, माह अक्टूबर, 2021 में रू0 1625 प्रति बोरी अनुदान अनुमन्य था, जिसे माह अप्रैल, 2022 में बढ़ाकर रू0 2501 प्रति बोरी किया गया है। एन0पी0के0 (12ः32ः16) वर्श 2020 में रू0 432, माह मई, 2021 में रू0 921, माह अक्टूबर, 2021 में रू0 1019 प्रति बोरी का अनुदान अनुमन्य था, जिसे माह अप्रैल, 2022 में बढ़ाकर रू0 1922 प्रति बोरी किया गया है। इसी प्रकार एस0एस0पी0 उर्वरक पर भी वर्श, 2020 में रू0 132, माह मई, 2021 में रू0 376 प्रति बोरी का अनुदान अनुमन्य था, जिसे अप्रैल, 2022 में भी रू0 376 प्रति बोरी ही रखा गया है।
प्रदेष के कृशकों को गुणवत्तायुक्त उर्वरक सुगमतापूर्वक निर्धारित मूल्य पर उपलब्ध कराये जाने हेतु 01 अप्रैल, 2022 से 31 मई, 2022 तक यूरिया के 8.00 लाख मी0टन लक्ष्य के सापेक्ष 17.11 लाख मी0टन तथा फास्फेटिक (डी0ए0पी0$एन0पी0के0) 3.25 लाख मी0टन लक्ष्य के सापेक्ष 5.38 लाख मी0टन की उपलब्धता सुनिष्चित कराई गई है। इस प्रकार खरीफ सीजन हेतु पर्याप्त मात्रा में यूरिया एवं फास्फेटिक उर्वरकों की उपलब्धता कृशकों हेतु प्रदेष के समस्त जनपदों में की गई है।
श्री शाही ने कहा कि कृशक हित में लिये गये निर्णयों के कारण उर्वरकों के क्रय पर किसान भाईयों को कोई भी अतिरिक्त बोझ नहीं होने दिया गया, जिससे कृशकों को भारी राहत हुई है। कृशकों के हित में सब्सिडी को बढ़ाते हुए अधिकतम विक्रय मूल्य में वृद्धि न करने एवं उर्वरकों के क्रय हेतु कृशकों को भारी राहत दिये जाने के कार्य हेतु प्रदेष के कृशकों की ओर से उत्तर प्रदेष सरकार माननीय प्रधानमंत्री जी, भारत सरकार का धन्यवाद ज्ञापित करती है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार एवं प्रदेष सरकार किसानों की हर कठिनाई का हरसम्भव निराकरण करने हेतु दृढ़ संकल्पित है।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने