मुख्यमंत्री ने मां शाकुम्भरी राज्य विश्वविद्यालय सहारनपुर,
राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़ तथा महाराजा
सुहेलदेव विश्वविद्यालय, आजमगढ़ के कार्याें की समीक्षा की

इन विश्वविद्यालयों के पास एक नई कार्यसंस्कृति विकसित करने का सुअवसर,
राज्य सरकार सभी प्रकार के आवश्यक सहयोग उपलब्ध करायेगी: मुख्यमंत्री

गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा की सुलभ उपलब्धता के लिए राज्य सरकार कृतसंकल्पित

प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप सभी विश्वविद्यालयों को अपने पाठ्यक्रमों का निर्धारण
करते समय स्थानीय आवश्यकताओं और औद्योगिक जरूरतों का ध्यान रखें

शिक्षा विभाग को माफिया से मुक्ति दिलाने
का अभियान और कठोरता से जारी रहेगा

विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए डी0पी0आर0 तैयार करने
वाली संस्था परियोजना के क्रियान्वयन और निर्माण आदि
के लिए होने वाली टेंडर प्रक्रिया में शामिल न हों

उच्च शिक्षा विभाग के मंत्रीगण तीनों नवसृजित विश्विद्यालयों
का स्थलीय निरीक्षण कर कार्य प्रगति की समीक्षा करें

तीनों नवसृजित विश्वविद्यालयों में पूर्णकालिक कुलसचिव, सहायक कुलसचिव,
परीक्षा नियंत्रक और वित्त अधिकारी की तत्काल नियुक्ति की जाए

विश्वविद्यालयों के निर्माण कार्य में गुणवत्ता और समयबद्धता का पूरा ध्यान रखें, विश्वविद्यालय और लोक
निर्माण विभाग द्वारा अलग-अलग निर्माण कार्यों की प्रगति की पाक्षिक रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए

महाविद्यालयों की सम्बद्धता का कार्य जल्द से जल्द पूरा
किया जाए तथा प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाए

किसी भी समस्या की स्थिति में कुलपतिगण
मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क करने में संकोच न करें

लखनऊ: 25 अप्रैल, 2022

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मां शाकुम्भरी राज्य विश्वविद्यालय सहारनपुर, राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़ तथा महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, आजमगढ़ के रूप में तीन नए राज्य विश्वविद्यालयों की स्थापना की गई है। शिलान्यास के उपरांत विश्वविद्यालय क्रियाशील हो रहे हैं। इन विश्वविद्यालयों के पास विकास की असीम संभावनाएं हैं। एक नई कार्यसंस्कृति विकसित करने का सुअवसर है। राज्य सरकार की ओर से सभी प्रकार के आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराये जाएंगे।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में इन तीनों विश्वविद्यालयों के कार्याें की समीक्षा बैठक के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा एवं शोध के क्षेत्र में नवीन आयाम रचने वाले होंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि तीनों नवसृजित विश्वविद्यालयों में पूर्णकालिक कुलसचिव, सहायक कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक और वित्त अधिकारी की तत्काल नियुक्ति की जाए। आवश्यकतानुसार नवीन पदों के सृजन का कार्य यथाशीघ्र पूरा कर लिया जाए। इन विश्वविद्यायों में आगरा, जौनपुर और मेरठ विश्वविद्यालय से भी सुविधानुसार कर्मचारियों की तैनाती की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शुचिता और पारदर्शिता के दृष्टिगत यह सुनिश्चित कराया जाए कि विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए डी0पी0आर0 तैयार करने वाली संस्था परियोजना के क्रियान्वयन और निर्माण आदि के लिए होने वाली टेंडर प्रक्रिया में शामिल न हों। इस संबंध में स्पष्ट व्यवस्था लागू कर कड़ाई से अमल किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि तीनों नवस्थापित विश्वविद्यालयों के लिए तय कार्यक्षेत्र के अनुरूप महाविद्यालयों की सम्बद्धता का कार्य जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए। प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाना चाहिए। मेरठ, आगरा और जौनपुर विश्वविद्यालय तीनों नए विश्वविद्यालयों को पूरा सहयोग दें। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इन विश्वविद्यालयों के प्रकरणों के सम्बन्ध में तत्काल निर्णय लिया जाए। कोई विषय लंबित न रखें। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या की स्थिति में कुलपतिगण मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क करने में संकोच न करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के मंत्रीगण तीनों नवसृजित विश्विद्यालयों का स्थलीय निरीक्षण कर कार्य प्रगति की समीक्षा करें। बैठक विश्वविद्यालय के वर्तमान भवनों में ही हो। अन्यत्र कहीं न हो। इन विश्वविद्यालयों को हर संभव वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय, अलीगढ़ का शिलान्यास करते समय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने यहां डिफेंस आधारित कोर्स शुरु करने का सुझाव दिया था। इस भावना का ध्यान रखते हुए सभी विश्वविद्यालयों को अपने पाठ्यक्रमों का निर्धारण करते समय स्थानीय आवश्यकताओं और औद्योगिक जरूरतों का भी ध्यान रखना चाहिए। नवसृजित विश्वविद्यालयों के पास असीम अवसर हैं। विश्वविद्यालय भविष्य की कार्ययोजना तैयार करते समय चरणबद्ध रूप से आत्मनिर्भर होने का लक्ष्य रखें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विश्वविद्यालय डिग्री बांटने का अड्डा नहीं हैं। दुर्भाग्य से दशकों तक प्रदेश के विश्वविद्यालय राजनीति के शिकार रहे। शिक्षा की गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। अब ऐसा नहीं होगा। शिक्षा विभाग को माफिया से मुक्ति दिलाने का अभियान और कठोरता से जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सहारनपुर, अलीगढ़ और आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों में तेजी अपेक्षित है। अभी की स्थिति संतोषप्रद नहीं कही जा सकती। कार्य में गुणवत्ता और समयबद्धता का पूरा ध्यान रखें। विश्वविद्यालय और लोक निर्माण विभाग द्वारा अलग-अलग निर्माण कार्यों की प्रगति की पाक्षिक रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी भी निरीक्षण कर विभाग को अपनी रिपोर्ट दें।
 मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा की सुलभ उपलब्धता के लिए राज्य सरकार कृतसंकल्पित है। शिक्षण कार्य की गुणवत्ता के लिए सभी विश्वविद्यालय अपने परिसर के साथ-साथ सम्बद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों की प्रोफाइल तैयार कर पोर्टल पर अपलोड करें। वित्तपोषित कॉलेज हों या वित्तविहीन कॉलेज, यह सुनिश्चित कराएं कि योग्य शिक्षक ही तैनात हों। तीनों विश्वविद्यालय  की सड़क कनेक्टिविटी ठीक रहे। जलजमाव न हो। इस सम्बंध में लोक निर्माण विभाग द्वारा आवश्यक कार्य किया जाए। तीनों विश्वविद्यालय इस वर्ष व्यापक पौधारोपण का कार्यक्रम करने की तैयारी करें।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री योगेन्द्र उपाध्याय, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती रजनी तिवारी, मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय सहारनपुर, महाराजा सुहेलदेव आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ, राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर तथा डॉ0 भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के कुलपति, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री नितिन रमेश गोकर्ण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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