वाराणसी। बीएचयू के समाजशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर मनोज कुमार वर्मा ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाई थी। एससीएसटी आयोग की स्क्रीनिंग कमेटी ने पत्रावलियों की जांच के बाद यह निष्कर्ष सुनाया है। पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. अरविंद कुमार जोशी ने बताया कि स्क्रीनिंग कमेटी ने जांच में पाया कि सोनभद्र निवासी असिस्टेंट प्रोफेसर जाति से कहार हैं, लेकिन उसने खरवार जाति का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर बीएचयू में आवेदन किया और नौकरी पाई। आगे की कार्रवाई के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की तरफ से आदेश की कॉपी बीएचयू को भेजी गई है। एससीएसटी आयोग के अध्यक्ष बृजलाल ने सोशल मीडिया के जरिए भी इस प्रकरण की जानकारी दी है।
फर्जी था सहायक प्रोफेसर का जाति प्रमाण पत्र
Bureau Chief-Varanasi Dr S C Srivastava
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