दृृष्टिबाधित दिव्यांग मतदाताओं के लिए ब्रेल साक्षरता के साथ
ब्रेल तकनीक का प्रयोग: अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी
दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं के लिए प्रत्येक बूथ पर
स्वयं सेवकों की व्यवस्थाः डॉ0 ब्रह्मदेव राम तिवारी
मतदान केन्द्रों पर आवश्यक सुविधाओं के साथ बेहतर एवं सुरक्षित माहौल में मतदान करने संबंधी आवश्यक व्यवस्थाएं: अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी
भारत निर्वाचन आयोग ने दिव्यांग मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा पहली बार करायी उपलब्धः डॉ0 ब्रह्मदेव राम तिवारी
लखनऊ: दिनांक: 18 फरवरी, 2022
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दृृष्टिबाधित एवं दिव्यांग मतदाताओं के लिए मतदाता बनने से लेकर अपना बहुमूल्य मत देने तक की विशेष व्यवस्था की गई है। सुगम एवं समावेशी चुनाव कराना निर्वाचन आयोग का महत्वपूर्ण लक्ष्य है, जिससे कोई भी दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाता कहीं भी अपना मतदान करने से वंचित न रहे। विशेष प्रयास करते हुए अवसर की समानता के साथ सभी के लिए मतदान करने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ0 ब्रह्मदेव राम तिवारी जी ने आज नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान स्थित सारस प्रेक्षागृृह में मीत वेलफेयर फाउन्डेशन द्वारा आयोजित दृृष्टिबाधित दिव्यांगजनों के लिए मतदाता जागरूकता कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि दिव्यांगों के लिए प्रत्येक बूथ पर रैम्प बनवाये गये हैं। साथ ही दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं के लिए प्रत्येक बूथ पर स्वयं सेवकों की भी व्यवस्था की गई है। मतदान केन्द्र पर आवश्यक सुविधाओं के साथ बेहतर एवं सुरक्षित माहौल में मतदान करने संबंधी व्यवस्थाएं मतदाताओं कोे उपलब्ध करायी गई हैं।
उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा दृृष्टिबाधित दिव्यांग मतदाताओं के लिए ब्रेल साक्षरता के साथ ब्रेल तकनीक का प्रयोग कराया जा रहा है। वोटर पर्ची एवं वोटर गाइड को भी ब्रेल में ही तैयार कर दृृष्टिबाधित दिव्यांगों के लिए भेजी गई है। साथ ही ईवीएम में भी इसकी व्यवस्था की गई है, जिससे कि मतदान करने में कोई परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि दृृष्टिबाधित मतदाता भी सामान्य मतदाता की तरह बिना किसी असुविधा के अपना मतदान कर सकें, इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग विशेष प्रयास कर रहा है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने दिव्यांग मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा पहली बार उपलब्ध करायी है, जिससे कि दिव्यांगजन घर बैठे अपना मतदान कर सकें, इसके लिए निर्वाचन की अधिसूचना जारी होने के 05 दिन के भीतर 12(घ) फार्म के माध्यम से घर बैठे मतदान का विकल्प चुना जा सकता है। इसके लिए मतदान पोस्टल बैलेट या डाक मतपत्र के माध्यम से पूरी पारदर्शी व्यवस्था के साथ सुनिश्चित कराया जाता है।
कार्यक्रम में दृृष्टिबाधित दिव्यांग मतदाताओं ने मतदाता जागरूकता के लिए अपना संदेश व विचार भी व्यक्त किये। इसमें राम मनोहर, मालती यादव, संदीप कुमार गुप्ता, मुकेश मौर्या, कल्याणी श्रीवास्तव ने अपने संदेश में कहा कि देशहित में और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए सभी को मतदान करना आवश्यक है। यह हमारा संवैधानिक अधिकार भी है। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कार्यक्रम के अंत में मतदाता शपथ भी दिलायी। उन्होंने बेहतर प्रबन्धन के लिए जिला प्रशासन/निर्वाचन, प्राणि उद्यान एवं सूचना विभाग का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में निदेशक प्राणी उद्यान श्री अशोक कुमार, मीत वेलफेयर फाउन्डेशन के संस्थापक श्री रोहित कुमार के साथ डॉ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के दृष्टिबाधित दिव्यांग विद्यार्थी उपस्थित थे।
ब्रेल तकनीक का प्रयोग: अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी
दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं के लिए प्रत्येक बूथ पर
स्वयं सेवकों की व्यवस्थाः डॉ0 ब्रह्मदेव राम तिवारी
मतदान केन्द्रों पर आवश्यक सुविधाओं के साथ बेहतर एवं सुरक्षित माहौल में मतदान करने संबंधी आवश्यक व्यवस्थाएं: अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी
भारत निर्वाचन आयोग ने दिव्यांग मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा पहली बार करायी उपलब्धः डॉ0 ब्रह्मदेव राम तिवारी
लखनऊ: दिनांक: 18 फरवरी, 2022
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दृृष्टिबाधित एवं दिव्यांग मतदाताओं के लिए मतदाता बनने से लेकर अपना बहुमूल्य मत देने तक की विशेष व्यवस्था की गई है। सुगम एवं समावेशी चुनाव कराना निर्वाचन आयोग का महत्वपूर्ण लक्ष्य है, जिससे कोई भी दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाता कहीं भी अपना मतदान करने से वंचित न रहे। विशेष प्रयास करते हुए अवसर की समानता के साथ सभी के लिए मतदान करने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ0 ब्रह्मदेव राम तिवारी जी ने आज नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान स्थित सारस प्रेक्षागृृह में मीत वेलफेयर फाउन्डेशन द्वारा आयोजित दृृष्टिबाधित दिव्यांगजनों के लिए मतदाता जागरूकता कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि दिव्यांगों के लिए प्रत्येक बूथ पर रैम्प बनवाये गये हैं। साथ ही दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं के लिए प्रत्येक बूथ पर स्वयं सेवकों की भी व्यवस्था की गई है। मतदान केन्द्र पर आवश्यक सुविधाओं के साथ बेहतर एवं सुरक्षित माहौल में मतदान करने संबंधी व्यवस्थाएं मतदाताओं कोे उपलब्ध करायी गई हैं।
उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा दृृष्टिबाधित दिव्यांग मतदाताओं के लिए ब्रेल साक्षरता के साथ ब्रेल तकनीक का प्रयोग कराया जा रहा है। वोटर पर्ची एवं वोटर गाइड को भी ब्रेल में ही तैयार कर दृृष्टिबाधित दिव्यांगों के लिए भेजी गई है। साथ ही ईवीएम में भी इसकी व्यवस्था की गई है, जिससे कि मतदान करने में कोई परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि दृृष्टिबाधित मतदाता भी सामान्य मतदाता की तरह बिना किसी असुविधा के अपना मतदान कर सकें, इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग विशेष प्रयास कर रहा है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने दिव्यांग मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा पहली बार उपलब्ध करायी है, जिससे कि दिव्यांगजन घर बैठे अपना मतदान कर सकें, इसके लिए निर्वाचन की अधिसूचना जारी होने के 05 दिन के भीतर 12(घ) फार्म के माध्यम से घर बैठे मतदान का विकल्प चुना जा सकता है। इसके लिए मतदान पोस्टल बैलेट या डाक मतपत्र के माध्यम से पूरी पारदर्शी व्यवस्था के साथ सुनिश्चित कराया जाता है।
कार्यक्रम में दृृष्टिबाधित दिव्यांग मतदाताओं ने मतदाता जागरूकता के लिए अपना संदेश व विचार भी व्यक्त किये। इसमें राम मनोहर, मालती यादव, संदीप कुमार गुप्ता, मुकेश मौर्या, कल्याणी श्रीवास्तव ने अपने संदेश में कहा कि देशहित में और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए सभी को मतदान करना आवश्यक है। यह हमारा संवैधानिक अधिकार भी है। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कार्यक्रम के अंत में मतदाता शपथ भी दिलायी। उन्होंने बेहतर प्रबन्धन के लिए जिला प्रशासन/निर्वाचन, प्राणि उद्यान एवं सूचना विभाग का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में निदेशक प्राणी उद्यान श्री अशोक कुमार, मीत वेलफेयर फाउन्डेशन के संस्थापक श्री रोहित कुमार के साथ डॉ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के दृष्टिबाधित दिव्यांग विद्यार्थी उपस्थित थे।
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