चौबेपुर के एक व्यक्ति की तहरीर पर जंसा थाना क्षेत्र के गंगापुर मीरावन निवासी मुरारी लाल गोंड के खिलाफ अप्राकृतिक दुष्कर्म, मारपीट धोखाधड़ी के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया। आरोप है कि मुरारी ने सीएचएस और बीएचयू एनसीसी में दाखिला दिलाने के नाम पर पांच छात्रों से 30-30 हजार रुपये वसूले। इसके बाद अपना मोबाइल बंद कर गायब हो गया।मुरारी की बातों में आकर उसने अपने परिचित दो बच्चों का एनसीसी और तीन का सीएचएस में दाखिला कराने के नाम पर हर एक छात्र से 30 हजार रुपये दिलवाए। पैसा लेने के बाद मुरारी दोनों छात्रों को एनसीसी में दाखिला दिलाने के लिए पहले फिजिकल टेस्ट करने के बहाने कृषि विज्ञान संस्थान की झाड़ी में ले गया और वहां आप्राकृतिक दुष्कर्म किया।
इसके बाद बच्चों को कुछ दिन बरगलाता रहा। इस बीच अपना मोबाइल बंद कर दिया। बच्चों ने पूरी आपबीती पैसा दिलाने वाले व्यक्ति से बताई। उसने पूरी प्लांनिग के साथ सोमवार को मुरारी को फोन कर दो और बच्चों का प्रवेश कराने के लिए पैसा देने के लिए बुलाया। इस दौरान उसे पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया।पूछताछ कर और लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है। आरोपी बीएचयू से 2000 में बीए पास होने के बाद कोचिंग और निजी विद्यालय में पढ़ाने लगा था। इस दौरान दर्जनों बच्चों के साथ पहले इस तरह की धोखाधड़ी कर चुका है
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बचपन से समलैंगिक है। इसके कारण उसकी पत्नी अपने दो बच्चों के साथ उसे छोड़कर अपने मायके चली गई। चार भाइयों में सबसे छोटा है। माता-पिता की मौत के बाद रोहनिया के चितईपुर में किराए पर रहता था
इसके बाद बच्चों को कुछ दिन बरगलाता रहा। इस बीच अपना मोबाइल बंद कर दिया। बच्चों ने पूरी आपबीती पैसा दिलाने वाले व्यक्ति से बताई। उसने पूरी प्लांनिग के साथ सोमवार को मुरारी को फोन कर दो और बच्चों का प्रवेश कराने के लिए पैसा देने के लिए बुलाया। इस दौरान उसे पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया।पूछताछ कर और लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है। आरोपी बीएचयू से 2000 में बीए पास होने के बाद कोचिंग और निजी विद्यालय में पढ़ाने लगा था। इस दौरान दर्जनों बच्चों के साथ पहले इस तरह की धोखाधड़ी कर चुका है
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बचपन से समलैंगिक है। इसके कारण उसकी पत्नी अपने दो बच्चों के साथ उसे छोड़कर अपने मायके चली गई। चार भाइयों में सबसे छोटा है। माता-पिता की मौत के बाद रोहनिया के चितईपुर में किराए पर रहता था
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