गंगा नदी में नवरात्र के पहले दिन एक व्यक्ति डूब गया। उसकी तलाश में गोताखोर लगे हैं लेकिन अभी तक उसका पता नहीं चल सका है। घाट पर उसके परिवार वाले बिलख रहे हैं। ग्रामीण उन्हें ढांढस बंधाने का प्रयास कर रहे हैं। परिवार के लोग बताते हैं कि गुरुवार की भाेर में वह स्नान के लिए गंगा घाट गया था। काफी देर तक वापस न लौटने पर उन्हें चिंता हुई। घाट पर पहुंचे तो उसका कपड़ा और किनारे मिला। तब पुलिस को सूचित किया गया मेजा थाना क्षेत्र के उरुवा में उपडौर अतरैला गांव निवासी करीब 55 वर्षीय विक्रम निषाद पुत्र स्वर्गीय माधो निषाद नवरात्र की प्रतिपदा पर गुरुवार की सुबह करीब पांच बजे घर से गांव के ही गंगा घाट पर स्नान करने निकला था। काफी समय बीतने के बाद भी वह वापस घर नहीं लौटा तो घरवाले परेशान हो गए। ग्रामीणों के साथ स्वजन विक्रम को ढूढ़ने गंगा घाट पर पंहुच गए। वहां विक्रम का कपड़ा और एक डंडा जो वह लेकर घर से गया था, किनारे पर रखा था। इससे परिवार के लोगों को गंगा में डूबने की आशंका हुई। अनुमान लगाया गया कि अंधेरा होने के कारण कोई देख नहीं सका होगा इसकी सूचना संबंधित थाने में दी गई। वहां पहुंची पुलिस ने गोताखोरों को बुलाया। गोताखोरों ने कई घंटे मशक्कत के बाद भी विक्रम निषाद को नहीं ढूंढ सके हैं। हालांकि उसकी अभी भी तलाश की जा रही है। इस घटना के बाद विक्रम के परिवार के लोग गमगीन हैं। विक्रम की तीन बेटियां और एक बेटा है। दो बेटियों की शादी हो चुकी है
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