भारतीय हॉकी टीम के सदस्य ललित उपाध्याय सोमवार को डाक टिकट पर अपनी फोटो देख खुशी से झूम उठे। वाराणसी में डाक विभाग की ओर से सम्मान स्वरूप माई स्टैंप के तहत ही 12 डाक टिकट वाली शीट भेंट की गई। इस दौरान डाक विभाग के वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल ने न केवल ललित उपाध्याय बल्कि उनके परिजन(माता-पिता) और कोच को भी स्मृति चिह्न, अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया और हौसला बढ़ाया।
डाक विभाग की ओर से प्रधान डाकघर विश्वेश्वरगंज पर आयोजित कार्यक्रम में पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि वाराणसी की धरा साहित्य, कला, संस्कृति, शिक्षा, अध्यात्म के लिए ही नहीं जानी जाती बल्कि खेल के क्षेत्र में भी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों के लिए जानी जाती है। टोक्यो ओलंपिक में तीन बार की चैंपियन जर्मनी को हराकर कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रूप में ललित उपाध्याय ने वाराणसी ही नहीं, अपितु पूरे देश का मान बढ़ाया है।
डाक विभाग की ओर से प्रधान डाकघर विश्वेश्वरगंज पर आयोजित कार्यक्रम में पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि वाराणसी की धरा साहित्य, कला, संस्कृति, शिक्षा, अध्यात्म के लिए ही नहीं जानी जाती बल्कि खेल के क्षेत्र में भी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों के लिए जानी जाती है। टोक्यो ओलंपिक में तीन बार की चैंपियन जर्मनी को हराकर कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रूप में ललित उपाध्याय ने वाराणसी ही नहीं, अपितु पूरे देश का मान बढ़ाया है।
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