***डॉक्टर ए०के०श्रीवास्तव, अयोध्या ब्यूरो चीफ**
*राम मंदिर की भांति ही आकार लेगा रामनगरी का फैजाबाद जंक्शन।*
*अयोध्या।*-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप रामनगरी के लिए बनी विकास योजनाओं में पौराणिकता के साथ आधुनिकता का रंग सुनिश्चित किया जा रहा है।अयोध्या जंक्शन के बाद अब फैजाबाद जंक्शन को भी मंदिर के आकार में विकसित किया जाएगा।
अयोध्या जंक्शन के बाद फैजाबाद जंक्शन के पुनर्विकास की रूपरेखा में भी स्टेशन स्वरूप राममंदिर की भांति रखा गया है। स्टेशन के स्वरूप में बदलाव सांसद लल्लू सिंह की इच्छा पर किया गया है। उन्होंने फैजाबाद जंक्शन के मुख्य भवन की फाइनल डिजाइन में संशोधन का निर्देश दिया था। इस डिजाइन को तैयार करने में तीन महीने का समय लगा है। इसे अब रेल मुख्यालय भेजा जाएगा। पहले चरण में फैजाबाद रेलवे स्टेशन के मुख्य भवन का मॉडल तैयार किया गया है। पुनर्निमाण में फैजाबाद जंक्शन में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। अभी 200 मीटर में बना स्टेशन का मुख्य भवन पुनर्विकास के बाद पांच से छह सौ मीटर लंबा हो जाएगा। नए भवन का विस्तार मालगोदाम की ओर होगा। इसीलिए मालगोदाम को सालारपुर स्थानांतरित किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। स्टेशन का डिजाइन लखनऊ की म्यूरलएज फर्म के आर्किटेक्ट नमित अग्रवाल तैयार कर रहे हैं। अग्रवाल ने ही अयोध्या जंक्शन के पुनर्विकास का मॉडल तैयार किया
संशोधित ले-आउट में सिर्फ मुख्य भवन के स्वरूप में बदलाव किया गया है। डिजाइन में स्टेशन को राममंदिर के स्वरूप में और निखारा गया है। एक बड़ा ग्रीन एरिया बनाए जाने सहित एक प्रवेश व दो निकास द्वार प्रस्तावित हैं। भूतल पर यात्री सुविधाओं के साथ दुकानें, कैफे, टिकटघर, प्रथम तल पर यात्रियों के लिए प्रतीक्षालय व अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
फैजाबाद जंक्शन का पुनर्विकास भी रामनगरी की गरिमा के अनुरूप होगा। इसलिए स्टेशन के मुख्य भवन का स्वरूप राममंदिर की भांति प्रस्तावित है। संशोधित ले-आउट बेहतर है। स्टेशन के पुनर्विकास को लेकर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत कुमार व उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल से भी वार्ता की जा चुकी है।
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