डॉक्टर केपी यादव वाराणसी स्थित अपने आवास पर थे। 24 अगस्त को उनकी तबीयत खराब हुई। अगले दिन उन्हें एपेक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां डेंगू की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई। 29 अगस्त को पार्टी जिलाध्यक्ष सहित कई वरिष्ठ नेता उन्हें देखने गए। जहां प्लेटलेट्स 13 हजार तक गिरने की बात सामने आई।इसके बाद 30 अगस्त की सुबह चार बजे उन्हें मेदांता अस्पताल लखनऊ में भर्ती कराया गया। लेकिन, 31 अगस्त की भोर में चार बजे डॉक्टर केपी यादव का निधन हो गया। सुबह करीब साढ़े छह बजे जौनपुर जिले के लोगों को उनके निधन की खबर मिली तो लोग उनके पैतृक आवास धर्मापुर ब्लॉक के उतरगांवा पहुंचने लगे। साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट और फोन करके शोक जताया।
गोसेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष केपी यादव को मणिकर्णिका घाट पर दी गई मुखाग्नि
pramod sharma
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