टी.सी. और मार्कसीट देने के नाम पर विद्यालय में छात्रों से हो रही अवैध वसूली  
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पचपेड़वा( बलरामपुर )कोरोना जैसी महामारी से उबरने के पश्चात सरकार ने अब कुछ शर्तों के साथ पठन पाठन के लिए विद्यालय खोलने का फरमान जारी किया तो बलरामपुर जनपद के विद्यालयों में बर्षों से रिश्वत न खा पाने वाले शिक्षक एकाएक भूखे भेड़ियों की तरह छात्रों के ऊपर टूट पड़े । 
और अब टी.सी. , मार्कसीट लेने तथा एडमीशन कराने वाले छात्रों से बड़े पैमाने पर अवैध वसूली कर उनका शोषण करने में लग गये है ।
 ताजा मामला बलरामपुर जनपद के पचपेड़वा थाना अन्तर्गत किसान इण्टर कालेज गनेशपुर का है जहाँ पर इण्टर मीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण हुए छात्रों ने आरोप लगाया कि टी.सी. लेने के लिए यहां के प्रधानाचार्य बुद्धि सागर गुप्ता के द्वारा स्वयं 300 रुपये का अवैध वसूली कर हम लोगों का शोषण किया जा रहा है । छात्रों ने बताया कि जो छात्र 300 रुपया देने में अस्मर्थ है उन्हें इस विद्यालय द्वारा टी.सी. नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण वह अगली कक्षाओं में एडमिशन नहीं करवा पा रहे हैं । इण्टर मीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके दलित छात्र राम किशुन गौतम ने बताया कि छात्र स्थानांतरण प्रमाण पत्र देने के नाम पर हमसे 300 रुपया विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा मांगा जा रहा है जिसे देने में हम अस्मर्थ है टी.सी न मिल पाने के कारण अगली कक्षा में प्रवेश लेने के लिए विलंब हो रहा है । अगर समय रहते हमें विद्यालय द्वारा टी.सी. उपलब्ध नहीं कराया गया तो अगली कक्षा में प्रवेश लेने से हम वंचित रह जायेंगे । और हमारा यह पूरा बर्ष बर्बाद हो जायेगा । इस विद्यालय के द्वारा यह अवैध वसूली तो मात्र एक बानगी भर है इसके अलावा एडमीशन शुल्क के नाम पर छात्रों से हजारों रूपये तथा मार्कशीट आदि लेने पर भारी भरकम धनराशि अवैध तरीके से वसूला  जा रहा है । छात्रों की शिकायत पर जब हमारे संवाददाता ने किसान इण्टर कालेज गनेशपुर पहुंच कर  प्रधानाचार्य से सच्चाई जानना चाहा तो वह चोर की दाढ़ी में तिनका वाले कहावत को चरितार्थ करते हुए कैमरे के सामने एकदम जड़ हो गये । पूरे प्रकरण पर वह कुछ बोल ही नहीं पाये । इससे साबित हो रहा है कि छात्रों द्वारा लगाया जा रहा आरोप एकदम सत्य है । अब देखना यह है कि क्या जिला प्रशासन इस विद्यालय के प्रधानाचार्य पर कार्यवाही करते हुए छात्रों को इस लूट खसोट से बचा पायेगा । इस पूरे प्रकरण पर जब हमने डीआईओएस बलरामपुर से दूरभाष पर बात किया तो उन्होंने कहा कि यदि इस तरह से कोई पैसा छात्रों से लिया जा रहा है तो वह एकदम गलत है जबकि छात्रों से अवैध वसूली करने वाले उपरोक्त प्रधानाचार्य के ऊपर कार्यवाही करने के नाम पर कोई जवाब नहीं दिया ।
 अब देखना यह है कि इस तरह की अवैध वसूली करने वाले विद्यालय एंव उसके प्रधानाचार्य पर डीआइओएस कोई कार्यवाही करते हैं या अगस्त मुनि की तरह पूरे समुद्र को ही पी जायेंगे ।
आनंद मिश्र 
बलरामपुर

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