चुनार-चोपन रेलखंड में 24 मालगाड़ियों को चलाकर नया रिकॉर्ड बना लिया। वर्ष 2019-20 और 2020-21 में इस खंड में औसतन 9 ट्रेनें चलती थीं। वर्तमान वर्ष 2021 के शुरुआत से उत्तर मध्य रेलवे इस खंड में संचालन बढ़ाने के तरीकों और साधनों के संबंध में निरंतर प्रयास कर रहा था। इस मार्ग का महत्व इससे ही स्पष्ट होता है कि यह सबसे तेजी से बढ़ते कोयला क्षेत्रों में स्थित कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी नॉर्दर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) द्वारा उत्खनित कोयला पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी यूपी के बिजली घरों की मांग को पूरा करता है।
फरवरी 2021 में रेलवे बोर्ड ने महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे को एक पत्र के माध्यम से इस खंड में चलने वाली ट्रेन में सुधार के लिए तत्काल उपाय करने की बात कही थी। महाप्रबंधक वीके त्रिपाठी ने इस संदर्भ में कई बैठकें कीं और इस महत्वपूर्ण खंड में ट्रेनों को बढ़ाने के लिए आवश्यक लंबे समय से लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। बुनियादी ढांचे के कार्यों के परिणामस्वरूप इस खंड में माल गाड़ियों की सेक्शनल गति को बढ़ाकर 60 किमी प्रति घंटे (कुछ किलोमीटर को छोड़कर) कर दिया गया है, और इस गति को बढ़ाकर 100 किमी प्रति घंटे करने का प्रस्ताव भी प्रक्रियागत है।
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