उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के फेफना में सहारा समय के पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। परिजन ने आरोप लगाया कि रतन को गांव के प्रधान के घर पर बुलाकर ले जाया गया और फिर गोली मार दी गई। वहीं पुलिस घटना को पट्टीदारों के बीच आपसी रंजिश का मामला बता रही है। डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने कहा कि मृतक एक पत्रकार था लेकिन इस घटना का पत्रकारिता से कोई संबंध नहीं है। यह पूरी तरह से दो पक्षों के बीच भूमि विवाद का मामला है। तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं फेफना थानाध्यक्ष शशिमौली पांडेय को निलंबित कर दिया गया है
बलिया पत्रकार हत्याकांड में अब पुलिस का झूठ बेनकाब और झूठ का किया पर्दाफाश-मृतक पत्रकार के पिता का बयान- पुलिस एकदम झूठी कहानी बना रही है-पीड़ित पिता कोई जमीनी विवाद नहीं था- पिता पुआल,भूसी का भी कोई मामला नहीं था - पिता थाने से दस कदम दूरी पर हत्या-पीड़ित पिता पीड़ित पिता के बयान से साफ पत्रकार की जघन्य हत्या को पारिवारिक रंजिश बताकर मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया गया ।
पत्रकार हत्याकांड मामले में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला का बयान। मंत्री ने कहा रतन के पिता की सभी बातों को ध्यान मे रखते हुए मै खुद मुख्यमंत्री से बात करूंगा। रतन के पत्नी को नौकरी औऱ बच्चो के पढ़ाई की व्यवस्था सरकार करेगी।
मैं खुद मुख्यमंत्री से बात करूंगा। इंस्पेक्टर शशिमौली की भूमिका की जांच होगी और दोषी पायजाने पर सख्त कारवाई होगी।
वही कांग्रेस के अजय लल्लू को बलिया जाने से राय बरेली में पुलिस द्वारा रोक लिया गया है ।
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